ISRO postpones launch of mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा आज लॉन्च होने वाला PSLV-C59 रॉकेट/PROBA-3 मिशन तकनीकी खराबी के कारण स्थगित कर दिया गया है, उक्त मिशन सूर्य के कोरोना का अध्ययन करने के लिए यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, जिसे इसरो के सहयोग से सम्पन्न किया जाना है। PROBA-3 मिशन के लिए भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO को दो सैटेलाइट्स की लॉन्चिंग करनी है, लेकिन तकनीकी खामी के कारण लॉन्चिंग को कल तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
ISRO PROBA-3 मिशन के सैटेलाइट्स लॉन्च का समय
तकनीकी खराबी के चलते स्थगित किया गया PROBA-3 मिशन को अब कल के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है। ISRO अब कल शाम 16:12 बजे श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से मिशन को लॉन्च करेगा। इसरो ने इस बाबत सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है, ISRO की ओर से बताया कि स्पेसक्राप्ट में आई विसंगति के चलते बुधवार को होने वाली लॉन्चिंग को गुरुवार शाम के लिए रिशेड्यूल कर दिया गया है।
Due to an anomaly detected in PROBA-3 spacecraft PSLV-C59/PROBA-3 launch rescheduled to tomorrow at 16:12 hours.
— ISRO (@isro) December 4, 2024
ESA का सोलर मिशन है प्रोबा-3
प्रोबा-3, यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के प्रोबा सीरीज का तीसरा सोलर मिशन है, खास बात ये है कि प्रोबा सीरीज के पहले मिशन को भी इसरो ने ही 2001 में लॉन्च किया था। इसके बाद दूसरा 2009 में PROBA-2 मिशन लॉन्च हुआ था। दोनों मिशनों में ISRO को सफलता मिली थी। अब ISRO और ESA मिलकर प्रोबा सीरीज का तीसरा मिशन लॉन्च करने जा रहें है, जो कल संभवतः तय समय सीमा में सफलता प्राप्त करेगा।
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PROBA-3 यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) का मिशन है। इसके लिए ISRO के साथ स्पेन, बेल्जियम, पोलैंड, इटली और स्विट्ज़रलैंड की टीमों ने काम किया है। PROBA-3 मिशन सूर्य के कोरोना का अध्ययन करेगा। ESA के मुताबिक, ‘PROBA-3’ मिशन सूर्य के परिमंडल की सबसे बाहरी और सबसे गर्म परत का अध्ययन करेगा। सूर्य के अध्ययन के लिए इसमें 3 खास उपकरण ASPIICS , DARA और 3DEES लगाए गए हैं। इस मिशन की कुल लागत लगभग 200 मिलियन यूरो बताई जा रही है। प्रोबा-3 मिशन दो सालों (ISRO postpones launch of mission) तक चलेगा।