Ban on extortion of money by eunuchs in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश राज्य में किन्नरों के ऊपर बड़ी पाबंदियां लागू कर दी है, यह पाबंदी लागू करने के पीछे आम लोगों को किन्नर समाज द्वारा परेशान करना बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि किन्नर जबरन पैसे वसूल रहे हैं और उनकी ओर से मांगे गए पैसे न दे पाने वाले कुछ लोगों को परेशान किया जा रहा है। शिकायत में संज्ञान लेते हुए अब राज्य में किन्नरों के द्वारा जबरन पैसों की वसूली पर रोक लगाते हुए उनके द्वारा शगुन में मांगे जाने वाले रुपयों की दरें तय कर दी गई है।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले की एक ग्राम पंचायत से किन्नरों के लिए शगुन राशि की निर्धारित दरों वाला निराकरण अब राज्य में अन्य पंचायतों के द्वारा भी अपनाया जा रहा हैं।
दारूघनपट्टी और दारूही ग्राम में किन्नरों की शगुन राशि तय
हमीरपुर जिले की ग्राम पंचायतों में शादी व बच्चे के जन्म जैसे विभिन्न मौकों पर किन्नरों को दी जाने वाली शगुन राशि की दरें तय कर दी हैं और इस बारे में एक सूची तैयार की है। इस सूची में विभिन्न मौकों पर किन्नरों के लिए अलग-अलग शगुन राशि निर्धारित की गई है। पंचायत ने बच्चे के जन्म पर 2100 रुपए तथा विवाह के अवसर पर 3100 रुपए की राशि निर्धारित की है। इससे अधिक राशि के लिए जबरन आम नागरिकों को परेशान करने और पंचायत के आदेशों का पालन न करने पर नियमानुसार कार्रवाई करने का भी प्रावधान किया गया है।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
हमीरपुर जिलाधिकारी को निर्णय से अवगत कराया
ग्राम पंचायत के प्रधान गुलशन कुमार ने इस फैसले के संबंध में बताया कि, ग्राम पंचायत में किन्नर समुदाय द्वारा जबरन पैसे वसूला जा था, और उनकी ओर से मांगे गए पैसे न दे पाने वाले कुछ लोगों को परेशान किया जा रहा है। इसकी लोगों ने शिकायत की इसके बाद पंचायत ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए किन्नरों को दी जानें वाली शगुन राशि को तय कर दिया है। इस फैसले के संबंध में पंचायत ने गुरुवार को हमीरपुर के जिलाधिकारी (Ban on extortion of money by eunuchs in Himachal Pradesh) को निर्णय की एक प्रति सौंपी।