fire in jhansi medical college: उत्तर प्रदेश झांसी जिले में मौजूद महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल केंद्र में भीषण आग लगने के चलते 10 बच्चों की मौत होने की बात सामने आई है, आग लगने की वजह अब तक सामने नहीं आई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब पौने ग्यारह बजे वार्ड से धुआं निकलता दिखा। जब तक लोग कुछ समझ पाते, आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने वार्ड को आगोश में ले लिया, जिससे पूरे वार्ड के अंदर भगदड़ मच गई।
वार्ड में उस समय उपचार के लिए कई शिशु मौजूद थे, लोगों ने शिशुओं को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन धुआं और दरवाजे पर आग की लपट होने से समय पर बाहर नहीं निकाले जा सके। दमकल की गाड़ियों के पहुंचने पर शिशुओं को बाहर निकाला जा सका। बताया जा रहा है कि पहले ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर में आग लगी और देखते ही देखते पूरा वार्ड आग की चपेट में आ गया।
45 बच्चों को बचाया गया 10 की दर्दनाक मौत
दमकल की गाड़ियों के जब तक पहुंची उसमें में देर हो चुकी थी, आग ने पूरे वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया था। दमकल कर्मियों और सेना के जवानों ने वार्ड में पहुंचकर 45 बच्चों को बचाया लेकिन इस दौरान 10 बच्चें आग की चपेट और धुएं की चपेट में आने से मौत हो चुकी थी। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के विशेष नवजात देखभाल केंद्र में 55 शिशुओं का उपचार चल रहा था।
इस हृदय विदारक घटना के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट के माध्यम से शोक जताया है। एक्स पर पीएमओ ने लिखा कि
हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की…
— PMO India (@PMOIndia) November 16, 2024
शासन द्वारा पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा
झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में शिकार परिजनों को शासन द्वारा पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की गई है। घायलों के परिजनों को पचास-पचास हजार की सहायता मिलेगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना के संबंध में जांच के आदेश दे दिए है। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा और दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा।
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अग्निशमन विभाग टीम भी इसका हिस्सा होगी। तीसरा मजिस्ट्रियल जांच के भी निर्देश दिये गये हैं। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। अगर कोई खामी पाई गई तो जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा (fire in jhansi medical college) नहीं जाएगा।