Canara Bank anil Ambani Reliance Communications fraud: दिग्गज उद्योगपति धीरू भाई अंबानी के छोटे बेटे और रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी की एक मुसीबत खत्म होती है, तो कही दूसरी मुसीबत उनके लिए तैयार बैठी रहती है। अभी कुछ दिनों पहले रिलायंस समूह के ऑल गुड टाइम को लेकर खबरों का बाजार गर्म था कि अनिल अंबानी की कंपनी धीरे धीरे पटरी में आने लगी है, अपना लोन चुकाते हुए कुछ जगहों में प्रॉफिट में भी आने लगी है तो वही दूसरी ओर अब यह खबर आई कि केनरा बैंक ने Reliance Communications और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों के लोन अकाउंट्स को फर्जी घोषित कर दिया है।
कैनरा बैंक ने आरोप लगाया है कि उनकी (अनिल अंबानी) की कंपनी ने लोन के रूप में जो रकम ली थी, उसका गलत इस्तेमाल किया गया। साथ ही कंपनी लोन की उस रकम को चुका नहीं पाई है। इस मामले को लेकर बैंक ने कंपनी को नोटिस जारी किया है।
Reliance Communications ने नोटिस की बात स्वीकारी
Reliance Communication को केनरा बैंक की ओर से भेजे गए नोटिस की बात कंपनी ने स्वीकारी है। शुक्रवार को एक्सचेंज फाइलिंग में रिलायंस कम्युनिकेशंस ने कहा, ‘आपको सूचित किया जाता है कि कंपनी और इसकी सहायक कंपनी रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड को केनरा बैंक से पत्र प्राप्त हुए हैं। इनमें कंपनी और इसकी सहायक कंपनी रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड के खातों को ‘फ्रॉड’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है।’
लोन की राशि का गलत इस्तेमाल का लगा आरोप
किसी बैंक के द्वारा रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड के खातों को फ्रॉड’ के रूप में वर्गीकृत करने का यह पहला मामला नहीं है, केनरा बैंक के पहले भी दिसंबर 2020 में भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक ने कंपनी के खातों को धोखाधड़ी या फ्रॉड घोषित कर दिया था।
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वर्तमान में Reliance Communication के ऑडिट में पाया गया कि रिलायंस कम्यूनिकेशन्स और इसकी सहयोगी कंपनियों ने अलग-अलग बैंकों से कुल 31,580 करोड़ रुपए का लोन लिया था। मार्च 2017 में कंपनी ने इसे नॉन-परफॉर्मिंग ऐसेट घोषित कर दिया था। इसके अलावा बैंक ने कंपनी पर फर्जी देनदारों को पैसा माफ करने और फंड का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया है। केनरा बैंक ने Reliance Communication कंपनी को लेकर स्पष्ट कहा है कि, कंपनी न केवल लोन क रकम चुका पाई, बल्कि उसने लोन मंजूरी की शर्तों का भी उल्लंघन किया है। जिसके लिए रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड के खातों को ‘फ्रॉड’ के रूप में वर्गीकृत किया (Canara Bank anil Ambani Reliance Communications fraud) गया है।