Fighting situation between MLAs in Jammu and Kashmir Assembly: जम्मू कश्मीर में विधानसभा सत्र शुरू हो चुका है, जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंक झोंक देखने को मिल रही है। विधानसभा सत्र के शुरू होने को आज तीसरा दिन था, जो राज्य के विधायकों की झूमा झपटी और एक दूसरे के ऊपर धक्का मुक्की और मारपीट की भेंट चढ़ गया।
जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर विधानसभा के तीसरे दिन शुक्रवार को जब सत्र शुरू हुआ तो भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आसान के समीप आते हुए ‘पाकिस्तानी एजेंडा नहीं चलेगा’ जैसे नारे लगाए, इस प्रकार सदन की कार्यवाही को प्रभावित होते देख जम्मू कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर ने कठोर निर्देश देते हुए कहा कि भाजपा विधायक को बाहर निकाल दिया जाए।
एक विधायक को मार्शलों ने उठाकर बाहर फेंक दिया
विधानसभा अध्यक्ष के निर्देशों के बाद बीजेपी के एक विधायक को मार्शलों ने उठाकर बाहर फेंक दिया, जिससे झगड़ा और बढ़ गया। आखिरकार स्पीकर अब्दुल रहीम राथर को पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। भाजपा विधायक जम्मू कश्मीर में फिर से राज्य का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए लाएं गए प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल BJP ने बुधवार को कहा था कि वह सदन की कार्यवाही तब तक चलने नहीं देगी जब तक तत्कालीन राज्य के विशेष दर्जे को बहाल करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश के निर्वाचित प्रतिनिधियों और केंद्र के बीच बातचीत करने संबंधी प्रस्ताव को वापस नहीं लिया जाता। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा, ‘यह एक अवैध प्रस्ताव है और जब तक वे इसे वापस नहीं लेते, हम अपना विरोध जारी रखेंगे और सदन की कार्यवाही नहीं चलने देंगे।
#WATCH | Srinagar | By orders of the J&K Assembly Speaker Abdul Rahim Rather, BJP MLAs entering the well of the House marshalled out pic.twitter.com/yHbRS1VEsw
— ANI (@ANI) November 8, 2024
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विधानसभा अध्यक्ष का NC के एजेंट की तरह व्यवहार
बीजेपी विधायकों ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में उपजे विवाद को लेकर विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर को दोषी ठहराया है। बीजेपी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने सत्तारूढ़ NC के एजेंट की तरह व्यवहार किया और आसन की गरिमा को ‘तार-तार’ (Fighting situation between MLAs in Jammu and Kashmir Assembly)किया।