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बांग्लादेश में फिर सड़कों पर उतरे लोग, इस्तीफे के लिए राष्ट्रपति को 24 घंटे का समय

Demand for resignation of President in Bangladesh: एक बार फिर भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में लोग सड़को में उतर आए है, प्रदर्शनकारी भीड़ अब बांग्लादेश के राष्ट्रपति से इस्तीफे की मांग कर रहे है। इसके लिए प्रदर्शनकारी ने बल और हिंसा का प्रयोग भी शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने राष्ट्रपति भवन के सामने प्रदर्शन किया और उनके आधिकारिक आवास में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारी सुरक्षा के कारण वह सफल नहीं हो पाए।

प्रदर्शनकारी बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के ऊपर दिए गए बयान को लेकर नाराज़ है, प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है।

राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन का शेख हसीना को लेकर बयान

बता दे, पिछले दिनों बांग्लादेशी राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने एक बंगाली भाषा के अखबार से कहा कि उन्होंने हसीना का इस्तीफा पत्र नहीं देखा है, क्योंकि वह अगस्त में छात्रों के नेतृत्व वाले विद्रोह के बीच भारत भाग गई थीं। शहाबुद्दीन ने उक्त बयान मनब जमीन दैनिक अखबार को दिए अपने साक्षात्कार में दिया था। उन्होंने अपने बयान में कहा कि केवल हसीना के इस्तीफे के बारे में सुना है लेकिन इस्तीफे का वास्तविक पत्र नहीं देखा है। एक बयान जिसने यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार और छात्र कार्यकर्ताओं को क्रोधित कर दिया हैं।

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राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के उक्त बयान से यह संदेश गया कि शेख हसीना अभी भी देश की प्रधानमंत्री हैं। जैसा कि शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने अगस्त में किया था। इसके बाद से ही यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार और छात्र कार्यकर्ताओं को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन का राष्ट्रपति पद में रहना स्वीकार्य नहीं है, ऐसा कहा जा रहा है अंतरिम सरकार गुरुवार को इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कैबिनेट की बैठक आयोजित करने जा (Demand for resignation of President in Bangladesh) रही है।

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गौरतलब हो, कुछ इसी तरह के प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना देश छोड़कर भगाना पड़ा था। कहा गया है कि अगस्त में छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच देश छोड़ने से पहले शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन मोहम्मद शाहबुद्दीन के दावे ने सियासत में बवाल मचा दिया हैं।

 

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