Strike of LIC agents: 1956 में स्थापति देश की सबसे पुरानी और बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने अपने एजेंट्स की कमीशन में कटौती करने का फैसला लिया है, जिसके बाद LIC एजेंट्स कंपनी के फैसले के बाद गुस्से में दिखे। कंपनी के फैसले के खिलाफ LIC एजेंट्स संयुक्त रूप से प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहें हैं। जिसमें LIC एजेंट एसोसिएशन ने काम को पूरी तरह बंद करके एलआईसी की ब्रांचों के सामने धरना और प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
कमीशन भुगतान में कमी का विरोध
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के कई सारे एजेंट और एसोसिएशन कमीशन भुगतान में कमी और क्लाबैक क्लॉज नियमों के संबंधित नियमों के विरोध में 30 अक्टूबर को देशव्यापी प्रदर्शन करने की चेतावनी दी हैं। इस दौरान अभिकर्ताओं को एकजुट रहने की अपील LIC एजेंट एसोसिएशन के विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा की जा रही है। LIC एजेंट एसोसिएशन ने कहा कि एलआईसी प्रबंधन एवं आईआरडीए अपने लिए गए निर्णय को वापस लेकर जनहित का कार्य करें और अधिक से अधिक लोगों को जीवन बीमा के माध्यम से सुरक्षित किया जा सके। इसके लिए अभिकर्ताओं से एकजुटता बनाए रखने की अपील की।
सरेंडर वैल्यू के नए नियम 1अक्टूबर से लागू
सरेंडर वैल्यू के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू हुए हैं, इसके तहत अब पहला प्रीमियम देने के बाद पॉलिसी सरेंडर करने पर भी लोगों का पूरा पैसा डूबेगा नहीं, उन्हें प्रीमियम का कुछ हिस्सा वापस मिल जाएगा। इस कारण से एलआईसी ने कई पॉलिसी के नियमों में बदलाव किया है और एजेंटों का कमीशन भी घटा दिया है। यह फैसला एजेंटों को नागवार गुजरा है और वह पूरे देश में प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। LIC एजेंट्स फेडरेशन का दावा है कि एलआईसी ने यह निर्णय लेने से पहले उनसे विमर्श नहीं किया, नए नियम न तो एजेंट के हित में हैं और न ही पॉलिसीहोल्डर के।
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गौरतलब हो, स्पेशल सरेंडर वैल्यू (Special Surrender Value) के नियम इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा (IRDAI) ने मार्च में जारी किए थे, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अब पॉलिसी सरेंडर करने के मामले बढ़ जाएंगे, जिससे LIC (Strike of LIC agents) एजेंट्स को नुकसान हो सकता हैं।