Now toll paid on Dwarka Expressway: नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने द्वारका एक्सप्रेसवे पर फास्टैग (FASTag) और कैमरों की मदद से ऑटोमेटिक वाहनों से टोल काटने वाला आधुनिक सिस्टम एक्सप्रेसवे में इंस्टाल कर दिया है, अब उक्त मार्ग से संभवत आने जानें वाले वाहनों का टोल ऑटोमेटिक इस माह के अंत से लगना शुरू हो जायेगा। इसके साथ ही यह सेटलाइट आधारित टोल टैक्स सिस्टम देश का पहला बिना टोल प्लाजा का एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है।
टोल प्लाजा लगाने की जानकारी NHAI ने परिवहन विभाग को दी
द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) पर इस माह के अंत तक टोल शुल्क देना पड़ सकता है। एनएचएआई ने इस एक्सप्रेसवे पर सेटेलाइट आधारित टोल प्लाजा तैयार कर दिया है। टोल प्लाजा लगने की सूचना परिवहन मंत्रालय को भेज दी गई है।
सेटलाइट आधारित देश के पहले टोल को फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम का नाम दिया गया है, जिसमें कैमरों की मदद से 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड पर भी फास्टैग से पैसा कट जाएगा। इस नए टोल सिस्टम को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम देश में सैटलाइट आधारित टोल कलेक्शन के लिए भी आधार बन सकता है।
एक्सप्रेसवे 9 हजार करोड़ की लागत से तैयार
28 किमी लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे करीबन 9 हजार करोड़ की लागत से तैयार हुआ है, इस एक्सप्रेसवे में गुरुग्राम का तकरीबन 18.9 किमी हिस्सा कवर होता है। एनएचएआई ने सेटलाइट आधारित टोल दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर में गुरुग्राम के चौमा ग्राम में लगाया है। ये टोल प्लाजा 23 लाइन का है। अनुमानत गुरुग्राम से मौजूदा समय में रोजाना 20 हजार वाहन दिल्ली के द्वारका निकलते है।
गौरतलब हो, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गैन्ट्री आधारित टोलिंग की सुविधा पहले से मौजूद है, लेकिन मेरठ में एक टोल प्लाजा है। लेकिन द्वारका एक्सप्रेसवे पर कोई टोल प्लाजा नहीं होगा। भारत में भले ही फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम पहली बार लगाया जा रहा है, लेकिन दुनिया के कई देशों में पहले से यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
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इस सिस्टम से सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम को भी ज्यादा बेहतर तरीके से लागू किया जा सकेगा, इससे वाहन चालकों को टोल कटवाने के लिए रुकने की जरूरत नहीं होगी। NHAI बिना भुगतान वाले टोल की वसूली के लिए नए (Now toll paid on Dwarka Expressway) तरीके ढूंढ रहा है।