Iran-Israel War: मध्य पूर्व में तनाव बढ़ते हुए एक नए चरण में प्रवेश करता दिखाई दिया जब कल (मंगलवार) देर रात ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलों और ड्रोनों से हमला किया, जिससे इजरायल में सायरन बजने लगे और नागरिक को बम शेल्टर्स में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इतना ही नहीं बल्कि तेल अवीव में एक शख़्स ने खुली सड़क पर अंधाधुंध गोलीबारी करके लगभग 8 व्यक्तियों की जान ले ली। इन घटनाओं के बाद वैश्विक स्तर पर चिंताएं बढ़ने लगी हैं और सोशल मीडिया पर भी वर्ड वॉर 3 जैसे ट्रेंड्स देखने को मिल रहे हैं।
ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागी, जिनमें से कई ने तेल अवीव और जेरूसलम जैसे प्रमुख शहरों को निशाना बनाया। ईरान ने यह हमला पिछले हफ्ते इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमलों का बदला लेने के लिए किया, जिनमें हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और ईरानी ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशान मारे गए थे। ईरान ने यह भी दावा किया कि उसकी मिसाइलों ने अपने लक्ष्यों पर सटीक प्रहार किया है।
Iran-Israel War: इजरायल की चेतावनी
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ईरान पर कड़ा हमला करते हुए कहा;
“ईरान ने बड़ी गलती की है, और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। जो हम पर हमला करेगा, हम भी उन पर हमला करेंगे।”
जाहिर है यह बयान दर्शाता है कि इजरायल इस हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जवाबी हमले का समय और जगह इज़राइल तय करेगा। इस पर ईरान ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर इज़राइल जवाबी हमला करता है तो ईरान एक बार फिर और अधिक मज़बूती से हमले करेगा।
איראן עשתה הערב טעות גדולה – והיא תשלם על כך. pic.twitter.com/B2yppgGqcE
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) October 1, 2024
अमेरिका भी जंग में कूदा
ईरान के इस बड़े हमले के बाद अमेरिका भी इजरायल के समर्थन में खुलकर सामने आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तुरंत इजरायल को सैन्य मदद देने का आदेश दिया और अमेरिकी सेना को निर्देश दिए गए हैं कि वह इजरायल की रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए सहयोग करे।
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अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कहा;
“अमेरिकी सेना इजरायल के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि इस हमले का प्रभाव कम किया जा सके।”
भारत की एडवाइजरी
वहीं ईरान और इजरायल के बीच इस बढ़ते संघर्ष के बीच भारत ने अपने नागरिकों के लिए भी सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। इजरायल में भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे लगभग 28 हजार भारतीयों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। दूतावास के अनुसार, सुरक्षा शरणस्थलों के पास ही रहने की कोशिश की जाए और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। दूतावास ने साथ ही इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं ताकि भारतीय नागरिक किसी भी मुश्किल स्थिति में सहायता प्राप्त कर सकें।
अमेरिका की सक्रिय भागीदारी और भारत की नागरिकों को दी गई एडवाइजरी यह दर्शाती है कि यह संघर्ष वैश्विक स्तर पर कितना अहम हो गया है। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में और भी बड़े घटनाक्रम देखने को मिल सकते हैं, और वैश्विक शक्तियां इस संघर्ष को कैसे संभालती हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।