India lifts ban on export of non-Basmati rice: भारत सरकार ने गैर बासमती चावल के एक्सपोर्ट में बैन करने वाले अपने फैसले को वापस ले लिया है, अब एक बार फिर से भारत से गैर बासमती चावल को देश से बाहर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचें जानें का रास्ता खुल गया हैं। आपकों बता दे, बीते साल घरेलू बाजार में गैर बासमती ( सफेद चावल) की कीमत की आपूर्ति सुनिश्चित करने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए जुलाई 2023 में गैर बासमती ( सफेद चावल) के एक्सपोर्ट में प्रतिबंध लगाया था।
सफ़ेद चावल के एक्सपोर्ट से क्यों हटाया गया प्रतिबंध?
मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1 सितंबर को भारतीय खाद्य निगम में चावल का स्टॉक 32.3 मिलियन मीट्रिक टन था, जो पिछले साल की तुलना में 38.6% अधिक है। इससे सरकार को चावल निर्यात प्रतिबंधों में ढील देने के लिए पर्याप्त गुंजाइश मिली है।
इसके साथ ही आने वाले दिनों में किसान नई फसल काटने को तैयार है, ऐसे में यह गुंजाइश पैदा हुई कि देश में चावल की आवक बेहद होने वाली है, जिसके चलते इसके एक्सपोर्ट में प्रतिबंध हटाने से किसानों को अपने उत्पाद को बेचने के लिए वैश्विक बाजार मिलेगा। वही रायटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार किसानों ने पिछले पांच साल के औसत क्षेत्र से अधिक क्षेत्र में चावल की फसल बोया है, अच्छी बारिश के चलते पैदावार भी अच्छी होने की संभावना है। इस संभावना के चलते भी चावल के एक्सपोर्ट को लेकर पाबंदी को खत्म किया गया हैं।
व्यापारियों ने सरकार के कदम की सराहना की
सफेद चावल के निर्यात को लेकर हटाएं गए प्रतिबंध को लेकर ‘राइस विला’ के सीईओ सूरज अग्रवाल ने कहा, ‘‘गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने का भारत का साहसिक फैसला कृषि क्षेत्र के लिए परिवर्तनकारी है।’’
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
इसके साथ अधिसूचना में कहा गया है कि सरकार ने ‘पारब्वॉइल्ड’ चावल पर निर्यात शुल्क भी 20 प्रतिशत से (India lifts ban on export of non-Basmati rice) घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है।