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BharatPe केस में ‘अशनीर ग्रोवर’ के रिश्तेदार को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Relative of Ashneer Grover Arrested in BharatPe Fraud Case: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने BharatPe के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के रिश्तेदार दीपक गुप्ता को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी BharatPe से जुड़े ₹81 करोड़ के फंड के गबन संबंधित मामले में हुई है। दीपक गुप्ता की यह गिरफ्तारी इस पूरे विवाद में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। ANI की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें मंडिर मार्ग पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया है और जल्द ही साकेत कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) के सामने पेश किया जाएगा।

बता दें, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) BharatPe के फंड में गबन से जुड़े मामले की जांच कर रही है। यह मामला 2022 में शुरू हुआ जब BharatPe ने अशनीर ग्रोवर, उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर और अन्य परिवार के सदस्यों के खिलाफ ₹81 करोड़ के फंड के गबन का आरोप लगाया। इसके तहत फर्जी एचआर कन्सल्टिंग को भारी भरकम भुगतान करना, फर्जी इनवॉइस, फर्जी GST क्रेडिट और फर्जी यात्रा एजेंसियों को भुगतान जैसी अनियमितताओं का दावा किया गया।

Ashneer Grover vs BharatPe: Relative Arrested

इस मामले में 2023 में दर्ज की गई FIR के अनुसार, ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों पर फर्जी कंपनियों के माध्यम से BharatPe से अनुचित रूप से काफी पैसा निकालने के आरोप लगे हैं। जांच के दौरान पाया गया कि ₹72 करोड़ का भुगतान उन गैर-मौजूद कंपनियों को किया गया, जो सीधे तौर पर ग्रोवर परिवार से जुड़ी थीं। इन भुगतानों का इस्तेमाल अवैध रूप से टैक्स क्रेडिट प्राप्त करने और GST धोखधड़ी के लिए करने की बात कही जा रही है।

इस मामले में अगस्त 2023 में EOW द्वारा पहली गिरफ्तारी अमित कुमार बंसल नामक व्यक्ति की करी गई थी। उन पर फर्जी कंपनियों के माध्यम से बड़ी धनराशि प्राप्त करने का आरोप था। बंसल पर यह आरोप है कि उन्होंने BharatPe के निदेशकों से 2019 से 2021 के बीच ₹72 करोड़प्राप्त किए थे।

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आपको बता दें, इसके पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को विदेश यात्रा की मंजूरी दे दी है। EOW द्वारा जारी की गई लुकआउट सर्कुलर (LOC) को चुनौती देने के बाद, कोर्ट ने उन्हें 28 सितंबर से 7 अक्टूबर के बीच यूके और 17 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच दोहा यात्रा की अनुमति दी है। यह फैसला उस वक्त आया है जब ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ जांच चल रही है।

फिलहाल दीपक गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उनके खिलाफ रिमांड की मांग कर सकती है ताकि इस मामले में और गहराई से जांच की जा सके। यह गिरफ्तारी ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ चल रही जांच में एक अहम कड़ी साबित हो सकती है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस केस को लेकर अन्य कई महत्वपूर्ण खुलासे किए जा सकते हैं।

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