Amazon and Flipkart violated competition laws in India?: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने ई-कॉमर्स दिग्गज Amazon और Flipkart को भारतीय प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। इसका खुलासा रॉयटर्स की एक रिपोर्ट से हुआ है। असल में पूरा मामला CCI द्वारा साल 2020 में Amazon और Flipkart के खिलाफ शुरू की गई एक जाँच से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसमें कंपनियों पर कुछ विशेष विक्रेताओं को बढ़ावा देने और चुनिंदा प्रोडक्ट लिस्टिंग को अनुचित तरीके से प्लेटफ़ॉर्म पर प्राथमिकता देने का आरोप लगा था।
इसी को लेकर की गई जाँच में रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सामने आया है कि दोनों ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनियों ने अपने सिस्टम को इस तरह से तैयार किया था, जिससे विशेष विक्रेता सर्च रिजल्ट्स में सबसे पहले दिखाई दें और इसके चलते अन्य विक्रेताओं को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा।
आपको बता दें, इन दिग्गज़ कंपनियों के ख़िलाफ यह जांच साल 2020 में दिल्ली व्यापार महासंघ की शिकायत के बाद शुरू हुई थी। महासंघ ने आरोप लगाया था कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट, दोनों प्लेटफॉर्म्स पर कुछ चुनिंदा विक्रेताओं को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके कारण छोटे और मध्यम व्यापारियों को बाजार में टिकने में मुश्किल हो रही है।
Amazon and Flipkart violated competition laws in India – Report
रिपोर्ट के अनुसार, इन कंपनियों के विशेष विक्रेताओं को प्राथमिक सूचीबद्धता और भारी छूट का लाभ मिला, जिसके कारण अन्य छोटे व्यापारियों को बाजार में टिके रहना मुश्किल हो गया। फिलहाल इस खबर को लेकर Amazon और Flipkart की ओर से कोई अधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आ सकी है।
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जानकारी के अनुसार, Amazon और Flipkart को लेकर कुल लगभग 2700 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की गई है। Amazon पर CCI की ओर से 1027 पन्नों की और Flipkart पर लगभग 1696 पन्नों की रिपोर्ट जमा की गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों कंपनियों ने अपने प्लेटफॉर्म पर ऐसे सिस्टम तैयार किए, जिनसे चुनिंदा विक्रेताओं को सर्च रिज़ल्ट में ऊपर दिखाया जा सके।
साफ है अगर ये सच साबित होता है तो ये गतिविधियां देश के प्रतिस्पर्धा क़ानूनों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन होंगी और बाजार में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के माहौल को नुकसान पहुंचाती मानी जाएँगी। इतना ही नहीं बल्कि संभावित रूप से दोषी पाए जाने पर इन कंपनियों पर भारी जुर्माने भी लगाया जा सकता है।
आपको बता दें, Flipkart और Amazon India दोनों भारतीय ई-कॉमर्स बाजार के अग्रणी खिलाड़ी रहे हैं। अनुमान के अनुसार, इन दोनों कंपनियों ने पिछले साल लगभग $50-60 बिलियन का कारोबार किया। लेकिन हाल के वर्षों में इन कंपनियों के लिए भी चुनौती बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, जहां भारत में ऑनलाइन खुदरा कारोबार की वृद्धि दर 15% से कम है, वहीं क्विक-कॉमर्स कंपनियों की एंट्री के चलते Amazon और Flipkart का बिज़नेस खासा प्रभावित हो रहा है।