Nepal Bus Accident: नेपाल के तनाहुन जिले में 23 अगस्त 2024 को एक भारतीय यात्री बस के मर्सियांगडी नदी में पलट गई थी। अब तक निकलकर आ रही ताजा जानकारी के अनुसार, इस भयानक हादसे में लगभग 41 लोगों की मौत हो गई है। बस के नदी में गिरने के चलते 41 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। हादसे में मारे गए यात्रियों में से अधिकांश महाराष्ट्र के जलगांव जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। इस हादसे की जानकारी महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने भी शुक्रवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत की है। सीएम शिंदे ने गृहमंत्री शाह से मृतकों के शवों को जल्दी स्वदेश लाने की अपील की। इस पर गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि 24 शवों को नासिक लाने के लिए भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान की व्यवस्था की जाएगी।
Nepal Bus Accident
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि 24 भारतीय शवों को भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से नासिक लाने की व्यवस्था की गई है। शनिवार को यह विमान नासिक पहुंचेगा, जहां सभी शवों को उनके परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। शवों की पहचान के लिए आबूखैरेनी ग्राम परिषद में सभी मृतकों के शव रखे गए हैं।
Nepal bus accident | The bodies of driver Murtaza and conductor Ramjeet from Kushinagar have left for the Nepal-India border by vehicle from Chitwan, Nepal. All the passengers are being brought to Gorakhpur under the supervision of police escort and ADM. Arrangements for food and… pic.twitter.com/tWPbsdacjn
— ANI (@ANI) August 24, 2024
बताया जा रहा है कि बस में कुल 43 लोग सवार थे, जिनमें 40 यात्री और तीन चालक, सहचालक और परिचालक शामिल थे। यह बस 20 अगस्त को 8 दिन के परमिट के साथ रूपन्देही के बेलहिया चेक-पॉइंट से नेपाल में प्रवेश की थी। हादसा तनाहुन जिले के आइना पहाड़ा में हुआ। सभी यात्री 104 तीर्थयात्रियों के दल का हिस्सा थे जो महाराष्ट्र के जलगांव जिले के भुसावल और आसपास के गांवों से यात्रा पर निकले थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए राज्य के अधिकारियों और केंद्रीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा है। नेपाल में चल रहे राहत कार्यों पर भी उन्हें लगातार अपडेट मिल रहे हैं। केंद्र ने इस आपात स्थिति के लिए एक विशेष अधिकारी को नियुक्त किया है ताकि राहत कार्यों में कोई कमी न हो।
नेपाल के तनाहुन जिले में हुई इस भीषण बस दुर्घटना में 41 लोगों की मौत ने पूरे देश को हिला दिया है। वहीं नेपाल के प्रशासन के साथ मिलकर, महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार इस आपातकालीन स्थिति में मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने में लगी हुई हैं।