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सरकार ने 100 से अधिक दवाओं को किया बैन, लिस्ट में ये तमाम नाम शामिल, जानें यहाँ!

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Government banned more than 100 medicines: भारत सरकार ने एक बार फिर 100 से अधिक अंग्रेजी मेडिसिन और दवाईयों को मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानते हुए तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। इसमें एक ताजुब्ब की बात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक़, जिन 100 से अधिक दवाओं को शरीर के लिए खतरनाक मानते हुए बैन किया गया है, उन दवाओं का उपयोग बुखार, सर्दी, एलर्जी, खुजली और दर्द जैसी तकलीफों के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

जो अब तक बेहद ही आसानी से मेडिकल शॉप और यहां तक जनेरिक दवाइयों के तौर में डेली नीड्स और किराना दुकानों में भी उपलब्ध होती थी। हालांकि ऐसी दवाओं को एक निश्चित मात्रा में कॉम्बिनेशन को लेकर रिपोर्ट में मानव स्वास्थ्य के लिए नुकसान की बात कही है।

फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन की दवाओं पर बैन

केंद्र सरकार के अधीन स्वास्थ्य मंत्रालय ने 150 से ज्यादा FDC दवाओं यानि फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन की दवाओं पर बैन लगाया है। केंद्र ने इस अधिसूचना में कहा कि यह फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन वाली दवाएं इंसानों के लिए खतरनाक है,  वहीं इस दवाओं के सुरक्षित विकल्प भी मौजूद है। बैन की गई इन दवाओं में एसिक्लोफेनाक 50 मिलीग्राम+ पैरासिटामोल 125 मिलीग्राम टैबलेट जैसी दवाओ के नाम भी शामिल हैं।

इसके अलावा सिटीरिजिन एचसीएल+ पैरासिटामोल+पैरासिटामोल+फिनाइलफ्राइन, मैफेनैमिक एसिड+ पैरासिटामोल इंजेक्शन, कैमिलोफिन डाइह्राइड्रोक्लोराइड 25 मिलीग्राम+ पैरासिटामोल 300 मिलीग्राम, लेवोसेटिरिजिन+ फेनिलफ्राइन, कैमिलोफिन डाइहाइड्रोक्लोराइड 25 मिलीग्राम + पैरासिटामोल 300 मिलीग्राम जैसे फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवा का इस्तेमाल इंसानों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है, यह शरीर में कई तरह का नुकसान पहुंचाता है।

केंद्र सरकार ने साफ कहा कि पैरासिटामोल, ट्रामाडोल, टॉरिन और कैफीन के कॉम्बिनेशन पर भी बैन लग दिया है।  इसके अलावा ट्रामाडोल एक ओपिओइड वाली पेनकिलर है इस पर भी बैन लगा दिया गया है। सरकार ने कहा कि लोग बिल्कुल भी इन दवाओं का इस्तेमाल न करें क्योंकि यह नुकसानदायक साबित हो सकता है।

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गौरतलब हो, पिछले साल जून में भी 14 एफडीसी पर प्रतिबंध लगाया गया था। सरकार ने 2016 में 344 एफडीसी के निर्माण, बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। इस फैसले को दवा कंपियों ने अदालत में (Government banned more than 100 medicines)  चुनौती दी थी।

 

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