Baba Ramdev statement regarding allopathy medicines: पतंजलि योगपीठ के संयोजक और पतंजलि आयुर्वेद दवा के निर्माता योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर एलोपैथी दवाइयों और इलाज पद्धति के ऊपर निशाना साधा है। योगगुरु रामदेव ने एक बयान में कहा कि,
“देश में अब भी जहरीली सिंथेटिक दवाइयां खाकर करोड़ों लोग मर रहे है”
पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के संयोजक और योगगुरु बाबा रामदेव ने उक्त बयान देश के 78 वे स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में एक समारोह में झंडावंदन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कही।
उच्चतम न्यायालय से राहत मिलने के बाद योगगुरु बाबा रामदेव ने एलोपैथिक दवाओं को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। #babaramdev #alopathy pic.twitter.com/oyIVnsUlnj
— Neha Bohra (@neha_suyal) August 15, 2024
एलोपैथी दवाइयों को खाने से करोड़ों लोगों की मौत
बाबा रामदेव ने मीडिया कर्मियों को दी अपनी एक बाइट में कहा कि, चिकित्सा की स्वाधीनता का एक बहुत बड़ा सपना बाकी है, क्योंकी एलोपैथी की जहरीली दवाइयों को खाकर करोड़ो लोगों की मौत हर साल हो रही है। हमने दुनिया का इतिहास पढ़ा है, दुनिया में अपना राजनेतिक साम्राज्य कायम करने के लिए 10 करोड़ से ज्यादा लोगों का कत्ल किया।
ऐसे ही इस्लाम के नाम पर भी करोड़ो लोगों का कत्ल हुआ है, माओ माक्स के नामों में जो कत्ल विश्वयुद्ध में हुए है अलग अलग त्रासदियों में लोग मारे गए, यह बीते कल की बात है पर, देश में अब भी जहरीली सिंथेटिक दवाइयां खाकर करोड़ों लोग मर रहे हैं। इसलिए चिकित्सा की स्वाधीनता के आंदोलन को अब आगे बढ़ाने की आवश्यकता है, लोगों के जीवन को बचाने के लिए इसे हर हाल में आगे बढ़ाना होगा।
एलोपैथी में टिप्पणी को लेकर कोर्ट दे चुका चेतवानी
बाबा रामदेव को एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को कम बताना या नीचा दिखाने को लेकर कोर्ट पहले ही चेतवानी दे चुका है, सुप्रीम कोर्ट ने भ्रामक प्रचार के संबंध में बाबा रामदेव और उनके साथी बालकृष्ण के माफ़ी मांगने के पश्चात मानहानि केस में राहत देते हुए केस को बंद कर दिया था।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
बाबा रामदेव और उनके साथी बालकृष्ण के ऊपर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका पर सुनवाई हुई, जिसमें कोविड टीकाकरण अभियान और चिकित्सा की आधुनिक प्रणालियों के खिलाफ एक बदनामी अभियान का आरोप लगाया गया था। जहां कोर्ट में माफ़ी मांगे जाने के बाद केस को समाप्त कर दिया गया था लेकीन एक बार फिर बाबा रामदेव के बयान ने सुर्खिया बटोरी है।