New guidelines issued regarding security in medical colleges: पश्चिम बंगाल मे ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित तौर में रेप और हत्या की घटना के बाद देशभर के डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों में आक्रोश देखने को मिला है, अपनी सुरक्षा को लेकर चिन्तित मेडिकल छात्रों से लेकर डॉक्टरों ने अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करवाए जानें की मांग सरकार से की है। मेडिकल फील्ड के व्यक्ति जहां दोषियों के ऊपर उचित कार्यवाई की मांग कर हैं तो साथ ही दोबारा इस प्रकार की घटना को कोई अंजाम न दे सकें उसके लिए अपनी सुरक्षा को बढ़ाने की मांग को लेकर देशव्यापी हड़ताल कर रहे हैं।
इस बीच अब नेशनल मेडिकल कमीशन ने सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को लेकर एक नई एडवाइजरी जारी की है, नई एडवाइजरी में सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों में डॉक्टरों को लिए सुरक्षित वर्कस्पेस विकसित किए जानें के निर्देश दिए गए है साथ ही सभी मेडिकल कॉलेज को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि हॉस्पिटल और कॉलेज परिसर में मेडिकल स्टाफ, फैकल्टी और मेडिक छात्रों के अलावा रेजिडेंट डॉक्टर सुरक्षित माहौल में काम कर सकें इसका ध्यान रखा जाए। इसके अलावा ओपीडी, वार्ड, आकस्मिकता (casualty), हॉस्टल और अन्य खुले क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाने के NMC के ओर से सभी संबंधित संस्थानों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है।
सीसीटीवी कवरेज और हिंसक घटनाओं को लेकर निर्देश
राजधानी दिल्ली सहित देश के अलग अलग प्रदेशों के डॉक्टरों मेडिकल स्टूडेंट, ट्रेनी डॉक्टर, मेडिकल संगठनों की लंबे समय से स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम की मांग रही हैं और स्वास्थ्य व्यवसाय से जुड़े लोग इस मुद्दे पर कुछ ठोस चाहते हैं। हाल में हुई पश्चिम बंगाल की घटना ने उनका आक्रोश और भी बढ़ा दिया है, जिसके लिए हड़ताल भी रखी गई है, वही इस बीच एनएमसी की एडवाइजरी में कॉलेजों और हॉस्पिटलों में सीसीटीवी कवरेज को बढ़ाने को लेकर निर्देश दिए गए।
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इसके अलावा किसी भी तरह की हिंसा की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों का गुस्सा शांत हो और वह पहले जैसे सुचारू ढंग से अपना काम (New guidelines issued regarding security in medical colleges) शुरू कर दे।