Bangladesh Violence: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफ़े और देश छोड़ने के बाद से हालात और बुरे होते जा रहे हैं। प्रदर्शन की आड़ में उपद्रवियों ने खुलेआम आतंक मचा कर रखा है। विभिन्न जगहों से लगातार हिंसा की खबरें आ रही हैं। बताया जा रहा है कि इस बीच देश के तमाम हिस्सों से अवामी लीग और उसके सहयोगी दलों के 20 से अधिक नेताओं व परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी गई है। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके शव भी बरामद किए गए हैं, जिससे इसकी पुष्टि हो जाती है।
कई खबरें यह भी बताती हैं कि शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से देश में अराजकता चरम पर पहुँच चुकी है। प्रधानमंत्री के देश छोड़ने के बाद से बांग्लादेश में हिंसा के चलते 150 से अधिक लोगों की मौत होने की खबरें सामने आ रही हैं। अकेले सतखीरा में हुए हमलों और हिंसा में कम से कम 10 लोग मारे जा चुके हैं।
Bangladesh Violence & Crisis
इतना ही नहीं बल्कि अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों को आग लगाई जा रही है, उनकी संपत्तियों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। खुद प्रधानमंत्री आवास तक इससे अछूता नहीं रह सका। इतना ही नहीं बल्कि उपद्रवियों ने अवामी लीग के एक नेता के होटल में भी आग लगा दी, जिससे वहां मौजूद 24 लोग जिंदा जल गए।
जी हाँ! बांग्लादेश में उपद्रवियों का आतंक हो गया है कि सोमवार देर रात भीड़ ने जोशोर जिले में जिला अवामी लीग के महासचिव शाहीन चक्कलदर के जाबिर इंटरनेशनल होटल को आग के हवाले कर दिया। इसके चलते 24 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मरने वाले अधिकांश लोग होटल में ठहरे थे।
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वहीं कोमिला में भी उग्र भीड़ के हमलों में लगभग 11 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। इतना ही नहीं बल्कि अशोकतला में पूर्व पार्षद मोहम्मद शाह आलम के तीन मंजिला मकान को भी उपद्रवियों ने आग लगा दी, जिसमें 6 लोग जलकर मारे गए।
इसके अलावा सदर और नालडांगा निर्वाचन क्षेत्र के सांसद शफीकुल इस्लाम शिमुल के घर पर भी ऐसे ही 4 लोगों की हत्या की खबर है। पार्टी के अन्य तमाम नेताओं के घरों में भी तोड़फोड़ व आगज़नी की खबरें आ रही हैं। इस बीच ऐसा लगता है कि बांग्लादेश की सेना फिलहाल उपद्रवियों को क़ाबू कर पाने में नाकाम साबित हो रही है। भारत समेत तमाम देशों को बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों की फ़िक्र है। खासकर सामने आ रही कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां भीड़ हिंदू परिवारों को भी निशाना बना रही है।
ऐसे में तमाम देशों की मांग है कि जल्द से जल्द बांग्लादेश में सेना अंतरिम सरकार का गठन करे और जवाबदेही तय की जाए। फिलहाल के लिए यह माना जा रहा है कि अंतरिम सरकार के नेतृत्व की जिम्मेदारी नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री डॉ. मोहम्मद युनूस को सौंपा जाना लगभग तय हो चुका है।