Gautam Adani ‘Retirement Plan’: राजनीतिक पार्टियों के कारण हमेशा सुर्खियों में रहने वाले भारत के मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी ने एक बड़ी घोषणा कर दी है, उन्होंने अपने व्यापार से अलग होने का फैसला लिया है। हालांकि वह अपने व्यापार से अलग हाल फिलहाल नहीं होने वाले है उसके लिए उन्होंने साल 2030 का वक्त चुना है। उन्होंने एक मीडिया समूह को साक्षात्कार में इस बात का खुलासा किया है।
दरअसल भारत सहित दुनियाभर में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की व्यक्तिगत जीवन को लेकर जानते की काफी लोगों की उत्सुकता रहती है, इसी से जुड़ा एक सवाल गौतम अडानी ने ब्लूमबर्ग द्वारा लिए गए एक साक्षात्कार में पूछा गया था।
जिसके बारे में उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि, कारोबारी स्थिरता के लिए उत्तराधिकार बहुत आवश्यक है।
गौतम अडानी कंपनी का कंट्रोल स्थांतरित करेंगे
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 2030 में अपने चेयरमैन पद से इस्तीफा दे सकते है, और उनकी कंपनी का कंट्रोल अपने बेटों को सौप देंगे। गौतम अडानी की फिलहाल अभी वर्तमान में उम्र 62 साल है, ऐसे में कहा जा रहा है वह अगले 8 वर्षो तक कंपनी को लीड करेंगे। इसके बाद वह अपनी कंपनी का कंट्रोल अपने बेटों को सौंप देंगे।
कौन है, दावेदार?
अडानी ग्रुप के दावेदारों में गौतम अडानी के दोनों पुत्र और उनके भतीजे भी शामिल है। जहां तक गौतम अडानी के भतीजे प्रणव की बात की जाएं तो उन्होंने कंपनी में 1999 में शामिल होकर समूह के एफएमसीजी, गैस वितरण, मीडिया और रियल स्टेट के व्यापार को देखते हुए उसे आगे बढ़ाया है तो वही उनके बेटे गौतम अडानी के बड़े बेटे करण (37) कंपनी के सीमेंट, पोर्ट, लॉजिस्टिक जैसे व्यवसायों की जिम्मेदारी संभाल रहें है।
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गौतम अडानी की कंपनी के तीसरे उतराधिकारी के बारे में बता दे, तो वह उनके छोटे बेटे जीत (26) और उनके एक और भतीजा सागर है। जो कंपनी में 2015 में शामिल हुए थे, और जो अडानी ग्रीन एनर्जी के (Gautam Adani ‘Retirement Plan’) सभी रणनीतिक और वित्तीय मामलों की देखरेख करते है। आपकों बता दे, गौतम अडानी के दोनों भतीजे को फैमिली ट्रस्ट के माध्यम से नामित किया गया हैं।