ISRO-NASA Mission Captain Shubhanshu Shukla: अमेरिका और भारत स्पेस मिशन साझेदारी के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान के लिए इसरो ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले कैप्टन शुभांशु शुक्ला का चयन किया है, कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो और अमेरिकी स्पेस एजेंसी के संयुक्त मिशन के लिए प्राइम पायलट होंगे जबकि प्रशांत बालाकृष्णन नायर को बैकअप पायलट के रूप में चयन किया गया है।
क्या है ISRO-NASA Space Mission?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए ISRO-NASA के संयुक्त मिशन की घोषणा की गई थी।जिसका उद्देश्य दोनों ही देशों के बीच संयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रमों को नई दिशा प्रदान करना है। इसके लिए इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (एचएसएफसी) ने आगामी ISS एक्सिओम-4 मिशन कार्यक्रम के लिए मेसर्स एक्सिओम स्पेस इंक., यूएसए के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौता (एसएफए) किया है। और इस मिशन के लिए ‘नेशनल मिशन असाइनमेंट बोर्ड’ ने दो गगनयात्रियों (अंतरिक्ष यात्रियों) – ग्रुप कैप्टन शुक्ला (प्रधान) और ग्रुप कैप्टन नायर के नाम की सिफारिश (ISRO-NASA Mission Captain Shubhanshu Shukla) की है।
इसी हफ़्ते से शुरू होगा प्रशिक्षण
दोनों ही चनियत पायलट का प्रशिक्षण अगस्त, 2024 के पहले सप्ताह से ही मिशन के लिए शुरू किया जायेगा। मिशन में यह चयनित पायलट आईएसएस पर चयनित वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शन प्रयोग करेंगे तथा अंतरिक्ष गतिविधियों में शामिल होंगे। जिसका फायदा भारतीय मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए फायदेमंद होगा, उक्त मिशन का अनुभव ISRO के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए काम आएगा।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का परिचय
कैप्टन शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1985 को हुआ था और हाल ही में उनका ग्रुप कैप्टन के पद पर प्रमोशन हुआ है। शुभांशु शुक्ला को एक प्रधान अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया है। प्रधान अंतरिक्ष यात्री वह होता है, जिसे उड़ान भरने के लिए चुना जाता है। लेकिन एक बैकअप अंतरिक्ष यात्री को हमेशा साथ रखा जाता है।
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शुभांशु शुक्ला 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त हुए थे। शुभांशु फाइटर कॉम्बैट लीडर और एक टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास लगभग दो हजार घटे की उड़ान का अनुभव है। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के पूर्व छात्र हैं।उन्होंने एसयू-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 समेत कई तरह के विमान उड़ाए हैं। वही उनके साथ बैकअप पायलट के तौर में चयनित कैप्टन प्रशांत नायर का जन्म केरल के तिरुवजियाड में 26 अगस्त 1976 को हुआ। 19 दिसंबर 1998 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में उन्होंने कमीशन दिया था, वह अंतरिक्ष यात्रियों में सबसे उम्रदराज सदस्य हैं।