Pooja Khedkar IAS job terminated: आखिरकार विवादित आईएएस पूजा खेड़कर को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है, जानकारी के अनुसार 2022 में सिविल सेवा को सफल करने के बाद प्रोविजन में सर्विस करने के दौरान उनके विवादों और आरोपों को लेकर सख्ती दिखाते हुए नौकरी से हटा दिया गया है।
स्थाई नियुक्ति से पूर्व ही उनके ऊपर बड़ी कार्यवाई करते हुए फर्जी दस्तावेजों के आरोप झेल रही पूजा खेड़कर को यूपीएससी ने उन्हें बाहर कर दिया है।
तय समय में नोटिस का जवाब न देने के कारण हुई कार्यवाई
यूपीएससी ने विवादित आईएएस के खिलाफ़ पहचान छुपाकर परिक्षा में शामिल होने, फर्जी तरीके कूट रचित दस्तावेज़ का उपयोग करके जॉब में फायदा लेने सहित अन्य कई आरोपों के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस में पूछा गया था कि क्यों न पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उम्मीदवारी को रद्द किया जाए। इसके साथ ही यूपीएससी की ओर से दिल्ली पुलिस ने खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
पूजा खेड़कर ने 4 अगस्त तक का समय मांगा
नोटिस प्राप्त होने के बाद आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर ने अपने ऊपर लगे आरोपों के खिलाफ़ सबूत पेश करने के लिए यूपीएससी से 4 अगस्त तक का समय मांगा था लेकिन यूपीएससी ने उनके आग्रह को मानते हुए 4 अगस्त का समय तो नही 30 जुलाई तक समय देते हुए जवाब देने को कहा था, लेकिन उक्त तिथि तक कोई पूजा खेड़कर से कोई जवाब न प्राप्त होने के बाद यूपीएससी ने पूजा खेड़कर के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया है।
यूपीएससी ने पूजा खेड़कर के ऊपर कार्रवाई करते हुए उनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया है, साथ ही दोबारा कभी भी वह यूपीएससी सिविल परीक्षा में भाग लेने में भी (Pooja Khedkar IAS job terminated) रोक लगा दी गई है।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
गौरतलब हो, संघ लोक सेवा आयोग ने स्पष्ट किया कि यह अंतिम मौका है और आगे कोई समय नहीं बढ़ाया जाएगा। निर्धारित समय के भीतर जवाब न मिलने पर UPSC बिना किसी सूचना के कार्रवाई करेगी, जब यूपीएससी को पूजा खेड़कर द्वारा तय समय में कोई जवाब नही प्राप्त हुआ तो संस्था के द्वारा सीधे कार्यवाई की गई है। हालांकि अब तक पूजा खेड़कर की ओर से कोई बयान नहीं आया है, उन्हें 23 जुलाई को मसूरी के UPSC ट्रेनिंग सेंटर पहुंचने के निर्देश जारी किए गए थे। लेकिन पूजा खेड़कर के लापता होने की बात सामने आई थी।