Yogi government will give compensation on bulldozer action: उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुल्डोजर कार्यवाई को लेकर मचे ओह हल्ले के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुआवजे की घोषणा कर दी है, मगर मुआवजे को लेकर योगी आदित्यनाथ ने एक शर्त भी रखी है।
दरअसल उत्तरप्रदेश में विधानसभा सत्र चल रहा है, जहां विपक्षी पार्टियां सपा कांग्रेस के नेताओं ने लखनऊ के अकबर नगर में बुल्डोजर कार्यवाई का मामला उठाया गया, सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने विधानसभा मे कहा कुकरैल कभी थी ही नहीं, जिसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, गोमती नदी में कुकरैल मिलती थी, अब वह जगह अकबरनगर नही सौमित्र वन बन चुका है।
इसके साथ ही बुल्डोजर कार्यवाई को लेकर योगी आदित्यनाथ ने कहा, पंतनगर और इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में जिन लोगों के मकान बुल्डोजर कार्रवाई से नुकसान पहुंचा है, यदि जिनके घरों और मकान की रजिस्ट्री और सही दस्तावेज होंगे उन्हें सरकार मुआवजा देगी।
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया
विधानसभा में सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथ भी लिया उन्होंने कहा, जिन भूमाफियाओं ने गरीबों को ठगने का काम। किया, उन लोगों में ज्यादतार समाजवादी पार्टी से थे।
सीएम योगी ने यह सब बातें समाजवादी विधायक रविदास मेहरोत्रा के द्वारा बुल्डोजर कार्रवाई के द्वारा मकान तोड़े जाने को लेकर सरकार की आलोचना करने के बाद कही गई थी।
समाजवादी पार्टी नेता कुकरैल नदी नही
सपा के विधायक ने विधानसभा में यह तक कह दिया कि, कुकरैल कभी नदी थी ही नहीं, जिसके जवाब खुद सीएम योगी ने उन्हे देते हुए कहा कि आप जाकर देखिए नाला नही आपकों नदी नज़र आयेगी। नदी जीवन है, इनको बर्बाद करके जीवन की कल्पना नही।की जा सकती हमने वहा चिन्हीकरण किया है लेकिन कोई त्रुटि होगी तो उचित कार्रवाई की जायेगी।
इसी में उन्होंने सपा के लोगों के भूमाफिया होने की बात जोड़ी, दरअसल सपा और अन्य विपक्ष के नेताओं का आरोप था कि वह गरीबों के मकान थे। इसके जवाब में ही योगी आदित्यनाथ का कहना था, भूमाफियाओं ने गरीबों को ठगा है और ये समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों की करतूत है।
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राजधानी लखनऊ में गोमती नदी और कुकरैल नदी का संगम था, सपा नेता के ऊपर कुकरैल नदी न होने के कथन में तंज कसते हुए योगी ने कहा आप छात्र नेता के रूप में काम करते होंगे या कोई और काम में लिप्त होंगे इसलिए आपने वह नदी को नही देखा। 1984 के बाद अवैध अतिक्रमण हुआ था, अब वह (Yogi government will give compensation on bulldozer action) अकबरनगर नही सौमित्र वन हो गया है।