BYJU’S Bankruptcy Case On NCLT: किसी समय एडटेक क्षेत्र की अग्रणी और देश का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप का दर्जा रखने वाला Byju’s आज बंद होने तक की कगार पर आ गया है। जी हाँ! नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) द्वार Byju’s के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई की याचिका को मंजूरी दे चुकी है। यह मामला Byju’s द्वारा BCCI को ₹158 करोड़ का भुगतान न कर पाने से जुड़ा है।
असल में इस मामले में BCCI ने NCLT का रूख किया था। BCCI की ओर से ट्रिब्यूनल में Byju’s के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के लिए याचिका दायर की गई थी। इस याचिका को NCLT ने मंजूरी दे दी। इसका सीधा सा मतलब है कि Byju’s के ख़िलाफ अब दिवालिया कार्यवाई शुरू की जा सकती है।
BYJU’S Bankruptcy Case On NCLT
तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से सामने आ रही जानकारी के अनुसार, BYJU’S के संस्थापक एवं सीईओ बायजू रवींद्रन ने इसके ख़िलाफ अब कर्नाटक हाईकोर्ट का रूख करते हुए, एक याचिका दायर की है। बताया जा रहा है कि बायजू रवींद्रन ने इस याचिका में लिखा है कि अगर दिवालिया कार्यवाही चलती रही तो कंपनी बंद भी हो सकती है और इसके हजारों कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, रवींद्रन ने कोर्ट में दायर याचिका में यह स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर दिवालिया कार्रवाई शुरू करने से हजारों कर्मचारी कंपनी छोड़ना शुरू कर देंगे, जिससे Byju’s की तमाम सर्विसेज बंद हो जाएंगी और आखिर में कंपनी बंद हो जाएगी।
बताया जा रहा है कि लगभग 452 पन्नों की इस याचिका में यह तर्क किया गया है कि Byju’s के खिलाफ दिवालिया कार्यवाई की वजह से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के मेंटेनेंस के लिए सर्विस प्रदान करने वाले वेंडर को भी डिफॉल्टर घोषित करना होगा और जिसकी वजह से सारा ऑपरेशन ठप हो सकता है।
असल में दिवालिया कार्यवाई शुरू होने के साथ ही Byju’s की संपत्तियां अटैच कर ली गई हैं। इसके बोर्ड को भी निलंबित कर दिया गया है। एक अनुमान के मुताबिक, Byju’s में अभी भी लगभग 27 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं और इनमें से 16,000 तो सिर्फ शिक्षक ही हैं। माना जा रहा है कि कर्नाटक हाईकोर्ट सोमवार को इस मामले की सुनवाई कर सकता है। इस बीच यह भी सामने आया है कि रवींद्रन ने 90 दिनों के भीतर बकाए के भुगतान की बात कही है।
पहले ही Byju’ तमाम अन्य क़ानूनी मुक़दमों और विवादों से घिरा हुआ है। ऐसे में यह कार्यवाई कंपनी के लिए बहुत महँगी सबित हो सकती है। आपको अगर याद हो तो कभी Byju’s की वैल्यूएशन $22 बिलियन तक आंकी जाती थी, जो अब लगभग $1 बिलियन से भी कम होकर रहने की संभावना है।
कंपनी पिछले काफ़ी समय से अपने निवेशकों के साथ विवादों में उलझी हुई है, इतना ही नहीं बल्कि कर्मचारियों की छंटनी, सैलरी विवाद और कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़े मुद्दे भी कंपनी के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं।