संपादक, न्यूज़NORTH
What is Chandipura Virus?: गुजरात में बीते 5 दिनों में एक संदिग्ध वायरस के चलते अब तक 6 बच्चों की मौत हो गई है। इसकी जानकारी खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल द्वारा साझा की गई है। उन्होंने बताया है कि राज्य में पिछले पांच दिनों के भीर संदिग्ध चांदीपुरा वायरस से 6 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि इस वायरस से संदिग्ध तौर पर संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है।
यह खबर सामने आते ही लोगों के बीच काफी चिंता बढ़ गई है। अभी तक लोग कोविड-29 वायरस की याद से ही पूरी तरह उभर नहीं सके हैं और ऐसे में चांदीपुरा नामक इस एक और संदिग्ध वायरस ने जनता और प्रशासन दोनों के लिए नई चुनौती पैदा कर दी है। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर ये चांदीपुरा वायरस क्या है और इसके क्या क्या लक्षण देखनें को मिल रहे हैं?
क्या है चांदीपुरा वायरस (What is Chandipura Virus?)
अब तक सामने आ रही जानकारी के अनुसार, चांदीपुरा वायरस से संक्रमित को सबसे पहले बुखार आता है। इसमें तेज बुखार के अलावा दौरे पड़ना, उलटी-दस्त, एन्सेफलाइटिस (दिमाग में सूजन) जैसे लक्षण भी देखनें को मिल सकते हैं। डॉक्टर यही सलाह दे रहे हैं कि अगर आपको या बच्चों में ऐसे कोई भी लक्षण देखनें को मिले तो तुरंत ही इसको गंभीरता से लेकर डॉक्टर से संपर्क करें।
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कई डॉक्टरों की सलाह है मानसून में सर्दी, खांसी, पेटदर्द, डायरिया, उल्टी की शिकायत होने पर उपचार के साथ कुछ उचित टेस्ट जैसे भी कराए जा सकते हैं। उपलब्ध जानकारियों की माने तो चांदीपुरा वायरस असल में रैबडोविरिडे फैमिली के वेसिकुलोवायरस जीनस से संबंधित है। कहते हैं वर्षा ऋतु में यह वायरस फैलता है।
इस वायरस मुख्य रूप से मच्छरों, मक्खियों, टिक्स और सैंडफ़्लाइज के माध्यम से फैलता है। साथ ही गंदगी, पशुओं के मल-मूल व पानी जमा होने के कारण भी इस बीमारी के फैसले का डर होता है। इस वायरस से 9 महीने से 14 साल तक की उम्र वाके बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
गुजरात में बढ़ रहे मामले?
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक अब तक इस बीमारी से संबंधित 12 मरीज सामने आ चुके हैं। चांदीपुरा वायरस से ग्रस्त साबरकांठा में 4, अरवल्ली में 3, महीसागर व खेडा में 1-1, राजस्थान के 2 व मध्यप्रदेश में 1 केस सामने आया है। वहीं जैसा हमनें पहले ही बताया संदिग्ध चांदीपुरा वायरस के कारण अब तक 6 लोगों की मौत होने की बात सामने आयी है। हालाँकि अभी भी यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है कि ये मौतें चांदीपुरा वायरस की वजह से ही हुई हैं या नहीं।
बताया गया कि साबरकांठा के आठ समेत सभी 12 नमूनों को पुष्टि के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजा गया है। ऐसे में एक बार टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही वजह का स्पष्ट खुलासा हो सकेगा।
स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार चांदीपुरा वायरस संक्रामक नहीं है। लेकिन प्रभावित क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। अब तक 4,487 घरों में लगभग 18,646 लोगों की जांच की गई है।संदिग्ध मामलों की कुल संख्या बढ़कर 12 हो गई है। प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अब तक तमाम स्थानों जैसे रामपुर, हथरोल, रुपाल, कंपा गांव, खेडब्रम्हा तहसील के दिग्थली आदि गांवों के हज़ारों घरों का सर्वे किया।