Loot by hacking bank RTGS channel: देश और दुनिया में साइबर अपराधियों के हौसले इस कदर बढ़ गए है कि, पहले छोटे मोटे आम लोगों को अपने चंगुल में फंसाकर हेरा फेरी करने वाल सायबर अपराधियों ने अब बड़ी बडी सरकारी संस्थानों और कंपनियों को टारगेट करना शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में निकलकर आई जानकारी के अनुसार, साइबर अपराधियों के बढ़ते हौसले का एक बेहद ही गुस्ताखी भरा अपराध सामने आया है, जहा सायबर अपराधियों ने सेक्टर-62 स्थित नैनीताल बैंक के सर्वर में घुसपैठ कर आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट सिस्टम) को चैनल हैक कर लिया, और उसके बाद करोड़ों रुपए बैंक से उड़ा ले गए। अपराधियों ने बैंक के आरटीजीएस सिस्टम को हैक करके अलग अलग खातों में बैंक से 16 करोड़ एक लाख 3 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए।
बैंक आईटी टीम को भनक से मामला आया सामने
इस प्रकार साइबर अपराधियों द्वार बैंक के सर्वर में सेंध लगाकर करोड़ों रुपए की चोरी करने का मामला जैसे ही बैंक की आईटी टीम को लगी तो उनके द्वारा साइबर अपराध थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया साथ ही इसके अलावा सर्ट-इन (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) और अन्य बड़ी एजेंसियों से भी शिकायत की गई।
बैंक की बैलेंस शीट में गड़बड़ी के बाद हुआ खुलासा
बैंक में करोड़ों रुपए के गायब हो जानें के बाद बैंक टीम ने इसके पीछे की वजह जानने के लिए बैंक के सभी अकाउंट और बैलेंस शीट का मिलान शुरू करके जांच शुरू की, तब उन्हे इस प्रकार बैंक के आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट सिस्टम) को चैनल हैक किए जानें की बात का पता चला।
इस मामले में बैंक की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में नैनीताल बैंक के आईटी मैनेजर ने कहा कि वह नोएडा सेक्टर-62 के नैनीताल बैंक में आईटी मैनेजर के पद पर तैनात हैं। बीते 17 जून को आरबीआई नियमित समाधान के दौरान बैलेंस सीट में 3 करोड़ 60 लाख 94 हजार 20 रुपये का अंतर पाया गया था।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
इसके बाद आरटीजीएस टीम ने एसएफएमएस (स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम) सर्वर के साथ सीबपीएस (कोर बैंकिंग सिस्टम) में लेन-देन की जांच की। इस दौरान पाया गया कि सीबीएस (कोर बैंकिंग सिस्टम) और एसएफएमएस (स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम) में कुछ खामियां है।
डिजिटल तरीके से 16 करोड़ की चोरी
17 से 20 जून के बीच साइबर अपराधियों ने बैंक से 16 करोड़ रुपए तक की राशि डिजिटल रूप से चोरी करके उड़ा ले गए, अब पुलिस ने शिकायत के आधार में अपराधियों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। इस डिजिटल चोरी के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम का गठन किया गया। पुलिस उन 89 खातों की भी जांच कर रही है, जिसमें बैंक से (Loot by hacking bank RTGS channel) चोरी किए गए रुपयों को स्थांतरित किया