Government Warns Against Two Fraud Loan Apps: हाल के दिनों में डिजिटल सेवाओं के प्रसार के साथ ही तकनीक का इस्तेमाल करते हुए धोखधड़ी जैसे मामलों में भी इज़ाफ़ा हुआ है। खासकर लोन स्कैम को लेकर सरकारें लगातार आगाह करती रहती हैं। इसी क्रम में अब भारत सरकार ने एक बार फिर कुछ लोन ऐप्स को लेकर चेतावनी जारी करते हुए, लोगों को इनसे बचने की सलाह दी है।
जी हाँ! असल में यह चेतावनी गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली साइबर एजेंसी Cyber Dost की ओर से सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दी गई। अपने पोस्ट्स के जरिए साइबर दोस्त ने यह बताया कि लोगों को कुछ लोन ऐप्स को लेकर आगाह रहने की ज़रूरत है।
Government Warns Against Two Fraud Loan Apps
भारत सरकार के अधीन संस्था साइबर दोस्त ने X पर एक पोस्ट करके लोगों को सतर्क करते हुए CashExpand-U Finance Assistant और ScoreSavvy- Enhance Your Future नामक लोन एप से दूर रहने की सलाह दी है। बताया गया कि इन ऐप्स में कुछ संदिग्ध विदेशी कंपनियों की भागीदारी की संभावना है, और धोखाधड़ी jaisi घटनाएं होने की भी आशंका है।
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बात करें CashExpand-U Finance Assistant की यह बतौर एक इंस्टेंट लोन ऐप, Google Play Store में भी मौजूद है और डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। ऐप का दावा है कि यह यूजर्स को क्विक-लोन सर्विस प्रदान करती है। लेकिन अब सरकार की साइबर एजेंसी का कहना है कि इस ऐप के पीछे धोखाधड़ी की संभावनाएं व मंशा छुपी हो सकती है। ऐप उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का भी गलत इस्तेमाल कर सकती है।
Beware! The CashExpand-U Finance Assistant – Loan app is learnt to be associated with hostile foreign entities. #LoanApps #Cybercrime #DigitalSafety #Lending #I4C #MHA #Cyberdost #Cybersecurity #CyberSafeIndia @RBI @GooglePlay @FinMinIndia pic.twitter.com/yrKDTCPR41
— Cyber Dost (@Cyberdost) July 5, 2024
वहीं दूसरा ऐप ScoreSavvy- Enhance Your Future भी प्ले-स्टोर पर उपलब्ध है और इसको लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है। इसमें भी विदेशी कंपनियों की संलिप्तता से लेकर डेटा की चोरी या गड़बड़ी की संभावना का जिक्र है। दिलचस्प रूप से सरकारी एजेंसी द्वारा साझा की गई तस्वीरों में ऐप के सामने ‘Fake’ लिखा भी नजर आता है।
गौर करने वाली बात ये है कि ये ऐप्स Cyber Dost के पोस्ट होने तक भी प्ले-स्टोर पर उपलब्ध हैं। लेकिन अब अनुमान यही लगाया जा रहा है कि सरकार द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद, संबंधित संस्थान Google से ऐसे ऐप्स को हटाने के लिए संपर्क कर सकती है।
बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए, सरकार निरंतर डिजिटल धोखधड़ी से बचने के उपाय व तरीके साझा करती रहती है। कोशिश यही है कि अधिक से अधिक लोगों को ऐसी संभावित धोखधड़ी को लेकर जागरूक किया जा सके। जानकारों का अक्सर कहना रहा है कि मोबाइल पर कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले, उसके बारे में सटीक जानकारियों का पता करना आवश्यक है, इसके लिए इंटरनेट पर सर्च, रिव्यू, रेटिंग, प्रामाणिकता आदि पैमानों पर परख की जा सकती है।