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Koo Shuts Down: भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo हो रहा बंद, 4 साल का सफर

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Koo App Shuts Down: माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X (Twitter) को टक्कर देने के इरादे से बाजार में उतरा देसी विकल्प Koo अब बंद होने जा रहा है। जी हाँ! खुद कंपनी के संस्थापक ने इसका ऐलान कर दिया है। कंपनी ने अपने 4 साल के संघर्ष को विराम देते हुए आखिरकार संचालन बंद करने का फैसला किया है। ऐसा लगता है कि Koo App लोगों को व्यापक स्तर पर आकर्षित करने में नाकाम रहा।

असल में पहले से ही तमाम चुनौतियों का सामना कर रहा Koo अपने अधिग्रहण की कोशिशें भी कर रहा था, लेकिन इसको लेकर भी बात नहीं बन सकी। Koo के सह-संस्थापकों – अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने निर्णय की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म लिंक्डइन पर आज 3 जुलाई को एक पोस्ट साझा की। इसमें उन्होंने बताया कि अधिग्रहण को लेकर कई बड़ी इंटरनेट कंपनियों और मीडिया घरानों से भी बातचीत चल रही थी, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं निकल सका।

Koo App Shuts Down

संस्थापकों ने बताया कि अधिग्रहण को लेकर बातचीत के दौरान कई कंपनियाँ डील साइन करने के नज़दीक आते हुए अपनी प्राथमिकताएं बदलती रहीं। संस्थापकों के अनुसार, वह Koo ऐप को चालू रखना चाहते थे, लेकिन बड़े स्तर पर सोशल मीडिया ऐप को चलाने के लिए तकनीकी सेवाओं की लागत आदि को देखते हुए इसे बंद करने का फैसला करना पड़ा है।

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आपको बता दें, Koo की शुरुआत साल 2019 में अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका द्वारा की गई थी। और इस ऐप को मार्च 2020 में भारत में लॉन्च किया गया था। दिलचस्प रूप से साल 2021 में भारत सरकार और Twitter के बीच पैदा हुए विवाद के चलते कई बड़ी हस्तियों ने भी Koo का रूख किया।

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Koo ऐप पहली भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट थी जो उपयोगकर्ताओं के लिए 10 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध थी। उपलब्ध जानकारी के अनुसार इस ऐप को 60 मिलियन या कहें तो लगभग 6 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है।

Koo ऐप को लेकर संस्थापकों दवात साझा की गई जानकारी के अनुसार, कू ऐप पर हर महीने 10 मिलियन एक्टिव यूजर्स थे। साथ ही इसमें 2.1 मिलियन दैनिक एक्टिव यूजर्स रहे। ऐप पर 9 हजार से ज्यादा VIP अकाउंट्स भी मौजूद थे। ऐप पर हर महीने 10 मिलियन पोस्ट दर्ज किए जा रहे थे।

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