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श्रम मंत्री ने BYJU’S को पूर्व कर्मचारियों के लगभग ₹4.5 करोड़ का बकाया चुकाने को कहा – रिपोर्ट

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Credits: Wikimedia commons

Byju’s to settle the dues of former employees?: कभी भारत में एडटेक सेगमेंट के पोस्टर फेस के रूप में देखे जाने वाले BYJU’S के लिए समय पिछले कुछ सालों से अच्छा नहीं कहा जा सकता। कंपनी एक के बाद एक नए-नए और गंभीर विवादों, वित्तीय चुनौतियों आदि से घिरती नजर आती रही है। इस बीच अब खबर सामने आ रही है कि कर्नाटक के श्रम मंत्री संतोष लाड ने भी BYJU’S की पैरेंट कंपनी Think & Learn Pvt. Ltd. के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की है।

असल में इस मुलाकात में कर्नाटक के श्रम मंत्री ने Byju’s के पूर्व कर्मचारियों से प्राप्त हो रही शिकायतों का ज़िक्र करते हुए, इन मामलों को गंभीरता से लेने और कई पूर्व कर्मचारियों को बकाया वेतन न मिलने के विषय पर भी चर्चा की। इसका खुलासा MoneyControl की एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से हुआ है।

Byju’s to settle the dues of former employees?

रिपोर्ट के अनुसार, श्रम मंत्री ने Byju’s के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जल्द से जल्द पूर्व कर्मचारियों को बकाया वेतन का कम से कम 50% भुगतान सुनिश्चित करें और बाकी का 50% का भुगतान भी जल्द किया जाए। इस दौरान कंपनी के अधिकारियों ने श्रम मंत्री के सामने मौजूदा हालतों को भी साफ किया।

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जानकारी के अनुसार, कंपनी के प्रतिनिधियों ने श्रम मंत्री को बताया कि उनकी पूंजी फिलहाल राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) के एस्क्रो अकाउंट में है। इस मामले की सुनवाई 4 जुलाई को होनी हिया और इसके बाद ही कंपनी श्रम विभाग को बकाया वेतन निपटान की कार्रवाई को लेकर अपडेट करेगी।

रिपोर्ट में सामने आ रही जानकारी के अनुसार, मंत्री संतोष लाड ने यह बताया कि लगभग 160 से 200 पूर्व कर्मचारियों ने श्रम विभाग से अपने बकाया वेतन की परेशानी को लेकर सम्पर्क किया। अनुमानित तौर पर यह कुल बकाया राशि ₹4.5 करोड़ तक की बताई जा रही है। यह भी सामने आया कि Byju’s के कुछ कर्मचारियों ने व्यक्तिगत रूप से श्रम विभाग में संपर्क किया तो कई लोगों ने ईमेल के ज़रिए अपनी समस्या व्यक्ति की।

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ऐसे में इन तमाम शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए श्रम विभाग की ओर से कंपनी के प्रतिनिधियों को अपना रूख स्पष्ट करने के लिए बुलाया गया था। कई कर्मचारियों का कहना रहा कि महीनों से उनके अंतिम वेतन का भुगतान नहीं मिला है, जिससे उन्हें वित्तीय अनिश्चितता और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

कभी भारत की सबसे बड़ी एड-टेक कंपनियों में से एक रही BYJU’S को हाल के दिनों में तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और खासकर वित्तीय हालतों की स्थिति भी कंपनी के लिहाज से ठीक नहीं कही जा सकती है। निवेशकों और संस्थापकों के बीच गहराता विवाद भी कंपनी पर बढ़ते दबाव की एक मुख्य वजह बताया जाता है।

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