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गगनयान: अंतरिक्ष में जा सकते हैं पीएम मोदी? जानें ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने क्या कहा!

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Can Modi go to space?: भारत गगनयान मिशन की सफलता के बाद दुनिया का चौथा ऐसा देश बन सकता है, जिसने मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ानें संचालित की है। इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन काफी जोरो शोरो से तैयारियों में जुटा हुआ है।

एक निजी मीडिया संस्था से साक्षात्कार में बात करते हुए इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा है कि,

“गगनयान की पहली परीक्षण उड़ान अगले साल के अंत यानी 2025 में होगी”

आपकों बता दे, अभी फिलहाल इसकी तैयारी के लिए ट्रायल परीक्षण किया जा रहा है। हालांकि इस अभियान के लिए काफ़ी मेहनत और तैयारी की आवश्कता है। यदि इसरो की प्रोग्रेस काफ़ी बेहतर होती है, तो भारत अपना पहला गगनयान मिशन मानव युक्त मिशन को अगले साल के अंत तक अंतरिक्ष में भेजने के लिए तैयार हो जाएगा।

क्या प्रधानमंत्री भी जायेंगे?

निजी मीडिया संस्था के पत्रकार ने जब इसरो प्रमुख से पूछा, क्या? प्रधानमंत्री भी गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्री बन कर जायेगे…

इस सवाल के प्रतिउत्तर में इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा,

“मेरा मानना है कि अगर देश के प्रधानमंत्री अंतरिक्ष स्‍टेशन में जाएं, तो अपने गगनयान में ही जाएं. गगनयान मिशन सफल हो जाए, हमें यकीन हो जाए कि हम लोगों को सुरक्षित वहां भेज सकते हैं, तभी कोई राष्‍ट्राध्‍यक्ष इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में जाएगा।”

अंतरिक्ष मिशन में 50 साल का व्यक्ति जा सकता

प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना के चार परीक्षण पायलट को गगनयान के माध्यम से अंतरिक्ष यात्रा के लिए इसी वर्ष फरवरी में चुना गया था, ऐसे में।जब इसरो प्रमुख से गगनयान मिशन के लिए चुने गए पायलट (अंतरिक्ष यात्री) की उम्र बढ़ने के सवाल को लेकर प्रश्न किया गया तो इसरो प्रमुख ने इसका जवाब देते हुए कहा कि,

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“ऐसी कोई समस्‍या नहीं है. उम्र कोई खास मायने नहीं रखती है. 50 साल की उम्र में भी एस्‍ट्रोनॉट्स स्पेस में जा सकते हैं।”

क्या है गगनयान मिशन?

गौरतलब हो, दुनियाभर में सिर्फ़ तीन देश ऐसे हैं जिन्होंने मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ानें सफलता पूर्वक संचालित की है। मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ानें संचालित करने वाले देशों में अमेरिका, चीन और पूर्ववर्ती सोवियतसंघ का नाम शामिल है, ऐसे में यदि (Can Modi go to space?)  भारत का गगनयान मिशन सफल हो जाता है तो भारत मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ानें संचालित करने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा।

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गगनयान का लक्ष्य साल 2025 में चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने का है और सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।

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