Byju’s got clean chit government: संकटों में घिरी एड्टेक कंपनी Byju’s को भारत सरकार से राहत मिली है, मिली जानकारी के अनुसार कंपनी के ऊपर कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियों के आरोप तो लगे है, लेकिन वित्तीय धोखधड़ी के आरोप में सरकार से क्लीन चिट मिली है। कंपनी के ऊपर शिकायत के बाद मंत्रालय की एक साल से चली आ रही लंबी जांच के बाद कोई वित्तीय धोखाधड़ी के सबूत नहीं मिले है।
कॉरपोरेट गवर्नेस में खामियां
सरकार की ओर से वित्तीय धोखधड़ी जैसे आरोपों से मिले क्लीन चिट से जहा कंपनी को थोड़ी राहत तो मिली है, पंरतु कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियां जैसे विषयों की पहचान, जिससे कभी सबसे अधिक फायदे और चर्चित स्टार्टअप में शुमार Byju’s के घाटे में जानें के योगदान की बात भी सामने आई है। इससे कंपनी को झटका लगा है।
बुल्मबर्ग की एक रिपोर्ट में इस संबंध में कहा गया है कि, सरकार की रिपोर्ट में सीधे तौर में यह नहीं स्पष्ट किया गया है कि, कॉरपोरेट गवर्नेंस में खामियां को लेकर कंपनी के प्रबंधक रविंद्र बायजुस दोषी है या उनकी वजह से स्टार्टअप घाटे में गया है। इसके अलावा यह भी स्पष्ट नही है कि वह कंपनी को चलाने में वह सक्षम है या नहीं।
रिपोर्ट सार्वजनिक नही हुई
एडटेक कंपनी के ऊपर विभिन्न आरोपों की जांच कर रही टीम द्वारा तैयार रिपोर्ट अभी फिलहाल सार्वजनिक नही हुई है। इस रिपोर्ट के ऊपर अभी तक Byju’s की ओर से कोई बयान आया है न ही कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय से कोई आधिकारिक टिप्पणी की गई है।
गौरतलब हो, रविन्द्र बायजूस के नेतृत्व वाली एडटेक कंपनी बायजू का मूल्य 22 बिलियन डॉलर था, कोविड-19 महामारी के दौरान कंपनी ने उल्लेखनीय वृद्धि देखी, लेकिन जैसे-जैसे संक्रमण कम हुआ और कक्षाएं फिर से खुलीं, इसके नकद कम होते गए।
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वर्तमान समय मे बायजू अब घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई दिवालियापन मामलों का सामना कर रहा है, इसके अतिरिक्त कंपनी के प्रबंधक और रविंद्र बायजूस के खिलाफ़ (Byju’s got clean chit government) कंपनी के अन्य पार्टनर और निवेशकों ने अविश्वास भी जताया है, और उनके खिलाफ़ कानूनी लड़ाई भी लड़ रहें है।