18th Lok Sabha First Session: आज 24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आरंभ हो गया है। सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी समेत तमाम सांसदों ने शपथ ली। लेकिन इस दौरान विपक्षी दलों ने प्रोटेम स्पीकर के विषय को लेकर प्रदर्शन भी किया। असल में नई लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत के पहले ही कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर आपत्ति जताई।
आपको बता दें, प्रोटेम स्पीकर एक अस्थायी पद है और इस पर पारंपरिक रूप से सबसे वरिष्ठ सदस्य को नियुक्त किया जाता है। ऐसे में विपक्षी दलों का कहना था कि दलित नेता और केरल से 8 बार के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नामित किया जाना चाहिए। लेकिन उनकी जगह 7 बार के बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया।
ऐसे में विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर लोकसभा की परंपरा तोड़ने का आरोप लगाया है और इंडिया गठबंधन ने सर्वसम्मति से पैनल के सदस्यों का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
18th Lok Sabha First Session
इस बीच 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि
“आज 18वीं लोकसभा शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा का अवसर दिया।”
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत की जरूरत होता है, लेकिन लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति सबसे अहम है। इस दौरान उन्होंने कल यानी 25 जून का भी जिक्र करते हुए कहा कि 25 जून (1975 में आपातकाल का दिन) को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। पीएम ने कहा कि भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि कैसे भारत के संविधान और इसके हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था और लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े करते हुए, देश को जेलखाने में बदल दिया गया था।
हुई शपथ
सबसे पहले पीएम मोदी ने तीसरी बार सांसद के तौर पर शपथ ली। उन्होंने 18वीं लोकसभा के लिए सदन के नेता के रूप में शपथ ली। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर बनाए गए भर्तृहरि महताब ने नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई, जिसमें अमित शाह, राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान समेत तमाम सांसद शामिल रहे।
इससे पहले दिन ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई थी। इसके बाद आज बतौर प्रोटेम स्पीकर महताब संसद भवन पहुंचें और नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई।
वैसे प्रोटेम स्पीकर के अलावा इस सत्र में विपक्ष विपक्ष महंगाई, तेज गर्मी के कारण हुई मौतें और हालिया परीक्षाओं में हुई धांधली व पेपर लीक जैसे मुद्दों को लेकर भी सरकार को घेरती नजर आ सकती है। दिलचस्प यह है कि पिछली लोकसभा के मुक़ाबले इस बार विपक्ष भी सदन के भीतर तुलनात्मक रूप से मज़बूत स्थिति में है।
देश भर पहले से ही NEET से लेकर UGC NET जैसी बड़ी परीक्षाओं के संचालन में हुई अनियमितताओं का मुद्दा जोर पकड़ चुका है, ऐसे में विपक्ष इस गंभीर मुद्दे को सदन के भीतर भी अवश्य उठा सकता है। आपको बता दें केंद्र सरकार ने 21 जून को UGC NET 2024 परीक्षा रद्द कर दी थी। इतना ही नहीं बल्कि NEET व अन्य हंगामे के बीच सरकार को NTA के अध्यक्ष को भी हटाना पड़ा था। तमाम विपक्षी दलों ने पहले ही संकेत दे दिए हैं कि वह लाखों छात्र जो सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं, उनकी आवाज बनकर सदन के भीतर भी यह तमाम मुद्दे उठाएँगे।