Mukesh Ambani Deepfake Video: तेजी से बढ़ती तकनीकें दुनिया के लिए वरदान के साथ ही साथ अभिशाप भी बनती जा रही है। जालसाज़ विभिन्न तकनीकों की मदद से अब आसानी से लोगों को शिकार बना रहे हैं। बीतें कुछ सालों से ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं, जब तकनीक का इस्तेमाल कर ठगों ने लोगों की मेहनत की कमाई उनसे छीन ली। ऐसा ही एक ताजा मामला मुंबई से सामने आ रहा है, जहां ठगी के लिए दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी के डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल किया गया।
जी हाँ! असल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी का एक डीपफेक वीडियो बनाकर जालसाज़ों ने मुंबई की एक महिला आयुर्वेद डॉक्टर से लाखों की ठगी को अंजाम दिया है। इस खबर के सामने आने के बाद से ही डीपफेक वीडियो टेक को लेकर एक बार फिर तमाम सवाल खड़े होने लगे हैं।
Mukesh Ambani Deepfake Video: क्या है मामला?
असल में 54 वर्षीय डॉक्टर को इंस्टाग्राम रील के जरिए शेयर ट्रेडिंग स्कैम में फँसाया गया। ठगों ने डॉक्टर का विश्वास जीतने के लिए मुकेश अंबानी के डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल किया। हिंदुस्तान की एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, इस डीपफेक वीडियो में मुकेश अंबानी किसी ‘राजीव शर्मा ट्रेड ग्रुप’ के बारे में बात करने नजर आ रहे हैं। यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है।
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असल में इस फ़ेंक वीडियो में अंबानी संबंधित ट्रेडिंग कंपनी का जिक्र करते हुए लोगों से हाई रिटर्न के लिए इस कंपनी की BCF इंवेस्टमेंट एकेडमी से जुड़ने की अपील कर रहे हैं। इसी पर विश्वास करते हुए, महिला डॉक्टर भी ठगों के झाँसे में आ गईं।
बताया जा रहा है कि महिला डॉक्टर मुंबई में रहती हैं और यह ठगी की घटना उनके साथ 28 मई से 10 जून के बीच हुई। इस समयावधि के दौरान उन्होंने 16 अलग-अलग बैंक अकाउंट्स से कुल मिलाकर ₹7 लाख रुपए भेजे। यह निवेश उन्होंने मुकेश अंबानी का फ़र्जी वीडियो देख हाई रिटर्न के वादे के चलते किया था।
असल में ट्रेडिंग वेबसाइट पर उन्हें अपने निवेश के एवज़ में ₹30 लाख तक का प्रॉफिट दिखाया जा रहा था, लेकिन जब उन्होंने इसको निकालने की कोशिश की तो वह इन पैसों को निकाल नहीं सकीं, यहां तक कि अपने द्वारा निवेश किए गए ₹7 लाख भी वह वापस नहीं ले सकीं। ऐसे में उनका शक बढ़ा और कुछ ही दिनों बाद उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने ₹7 लाख रुपये गंवा दिए हैं और वह धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं।
सामने आ रही जानकारी के अनुसार, महिला ने इस धोखाधड़ी के खिलाफ अज्ञात लोगों पर पुलिस थाने में FIR दर्ज करवाई है। पुलिस का कहना है कि जालसाज़ों ने ठगी के लिए डीपफेक टेक्नोलॉजी की मदद ली। फिलहाल पुलिस उन बैंक अकाउंट्स पर भी कार्यवाई कर रही है, जिसमें महिला डॉक्टर की ओर से पैसे ट्रांसफर किए गए थे।