Modi 3.0: NDA Stakes Claim To Form Govt, Modi to Take Oath As PM: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में भले बीजेपी अकेले बहुमत का जादुई आँकड़ा ना छू सकी हो, लेकिन नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) को स्पष्ट बहुमत मिला है। ऐसे में आज संसद के सेंट्रल हॉल में NDA की बैठक आयोजित की गई।
संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए की इस बैठक में नरेन्द्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही राष्ट्रपति के समक्ष सरकार बनाने का दावा किया गया है। इसके लिए एनडीए नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन पत्र सौंपा है। आपको बता दें एनडीए संसदीय दल की इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नरेन्द्र मोदी के नाम का प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्ताव दिया।
Modi 3.0: NDA Stakes Claim To Form Govt
इस प्रस्ताव पर अमित शाह समेत नितिन गडकरी, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी, अपना दल से अनुप्रिया पटेल, एलजेपी से चिराग पासवान, हम से जीतन राम मांझी और जन सेना के पवन कल्याण ने अपना समर्थन जाहिर किया। दिलचस्प रूप से इस बैठक में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जैसे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आदि भी शामिल हुए।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
सामने आ रही ख़बरों के अनुसार, अब आगामी 9 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस बार नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में दक्षिण एशियाई देशों के शीर्ष नेताओं जैसे भूटान के राजा, श्रीलंका और नेपाल के राष्ट्रपति, बांग्लादेश और मॉरीशस के प्रधानमंत्री आदि भी शामिल हो सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह भी सामने आया था कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए मालदीव के राष्ट्रपति को भी आमंत्रित किया जा सकता है। दिलचस्प रूप से बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी सरकार बनाने का दावा पेश करने के पहले मोदी लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से आशीर्वाद लेने भी पहुँचें।
वहीं बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा;
“NDA ने मुझे दायित्व दिया है। इस नए दायित्व के लिए मैं आभारी हूं। इतनी गर्मी में भी जो कार्यकर्ता पार्टी के लिए दिन रात काम करते रहे उनके पुरुषार्थ को नमन है। हमारा प्रयास होगा कि हम आम सहमति की दिशा में प्रयास करेंगे और देश को आगे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कार में हम अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, सामान्य मानवीय जीवन में सरकार की दखल जितनी कम हो, उतना कम करने का प्रयास करेंगे।”
आपको बता दें इस बार बीजेपी अकेले सरकार नहीं बना सकती। ऐसे में NDA के तहत भाजपा को कुल अन्य 14 सहयोगी दलों के 53 सांसदों का समर्थन मिला हुआ है। इन लोकसभा चुनावों में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े यानी 272 से 32 सीटें कम हैं। लेकिन NDA ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया।
इस बार गठबंधन के ठाट बीजेपी के लिए दो सबसे अहम साथियों में में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।
चीन के लिए भारत की स्पष्ट टिप्पणी, “अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है, और रहेगा”