Now Reading
राजस्थान: ट्रांसजेंडर समुदाय को OBC लिस्ट में शामिल किए जाने के बाद पहला प्रमाणपत्र जारी

राजस्थान: ट्रांसजेंडर समुदाय को OBC लिस्ट में शामिल किए जाने के बाद पहला प्रमाणपत्र जारी

  • 30 वर्षीय नूर राजस्थान की पहली ट्रांसजेंडर समाज की किन्नर बनी जिन्हें ओबीसी का प्रमाणपत्र जारी किया गया.
  • राजस्थान सरकार ने ट्रांसजेंडरों को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में 92वें शामिल किया.
Transgender community in OBC list in Rajasthan

Transgender community in OBC list in Rajasthan: राजस्थान में ट्रांसजेंडर समाज को ओबीसी सूची में शामिल किए जाने के फैसले के बाद राज्य में सोमवार (27 मई 2024) को 30 वर्षीय नूर राजस्थान की पहली ट्रांसजेंडर समाज की किन्नर बनी जिन्हें ओबीसी का प्रमाणपत्र जारी किया गया।

जयपुर के उपखंड अधिकारी राजेश जाखड़ ने नूर शेखावत को प्रमाणपत्र सौंपा। 30 वर्षीय नूर राजस्थान की वही पहली किन्नर है जिनके जन्म प्रमाण पत्र में लिंग वर्ग के कॉलम में ट्रांसजेंडर लिखकर जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया।

राजस्थान सरकार ने ट्रांसजेंडरों को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में 92वें शामिल किया

इसके पहले राजस्थान सरकार ने राज्य में किन्नर समाज से आने वाले लोगों को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में 92वें नंबर पर शामिल किया है, जिसके बाद ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग नियमानुसार अपना पिछड़ा वर्ग प्रमाणपत्र बनवा सकते और पिछड़ावर्ग को मिलने वाली तमाम सुविधाओं का लाभ उठा सकते है।

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

आपकों बता दे , लंबे समय से ट्रांजेंडर समुदाय के लोगों की मांग थी उन्हें आरक्षित श्रेणी का सर्टिफिकेट जारी किया जाए, जिससे कि वह आरक्षित श्रेणी का लाभ उठाकर समाज की मुख्य धारा में जुड़ सकें।

See Also
whatsapp-search-image-on-web-feature

जन आधार कार्ड बनाए जानें वाली भी पहली ट्रांसजेंडर

नूर शेखावत राजस्थान में जाना पहचाना नाम है, उनके द्वारा ट्रांसजेंडर समाज को मुख्य धारा में जोड़ने और अपने समाज के अधिकारों को प्राप्त करने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी।

राजस्थान में जन आधार कार्ड महिला मुखिया सदस्य के लिए जारी किया जाता हैं, नूर शेखावत पहली ट्रांसजेंडर थी जिन्होंने इसके लिए अप्लाई किया था। उनके आवेदन की जानकारी जब (Transgender community in OBC list in Rajasthan)  राजस्थान जनाधार अथॉरिटी के संयुक्त निदेशक सीताराम स्वरूप को लगी तो उन्होंने नूर के आवेदन और मामले को प्राथमिकता से जांच करते हुए संबंधित अधिकारियों से उनके जनाधार कार्ड बनाने का निर्देश दिया। ऐसे में नूर शेखावत राजस्थान की पहली ट्रांसजेंडर है, जिनका सबसे पहले जनाधार कार्ड जारी हुआ उनके पूर्व किसी ट्रांसजेंडर का जन आधार कार्ड नही हुआ करता था।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.