Rajasthan Government Canceled Leaves: उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में गर्मी का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है। कई स्थानों पर पारा 47 डिग्री के भी पार पहुँच गया है। कुछ ऐसे ही हालात राजस्थान में भी देखनें को मिल रहा हैं, जहाँ दिन प्रतिदिन गर्मी जोर पकड़ती नजर आ रही है। मौजूदा हालातों को देखते हुए अब अब राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व वाली सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में भीषण गर्मी के बीच स्वास्थ्य से लेकर बिजली-पानी तक की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने का आदेश दिया है। सरकार के इस निर्णय के बाद से ही राज्य में सरकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है।
Rajasthan Government Canceled Leaves
असल में अन्य तमाम राज्यों की तरह ही राजस्थान में भी तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी के साथ ही साथ तमाम जगहों पर लोग पानी की किल्लत से लेकर लंबे समय तक की बिजली कटौती आदि जैसी समस्याओं से भी जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि अस्पतालों की बात करें तो हीट स्ट्रोक और गर्मी के कारण विभिन्न बीमारियों ग्रसित मरीज़ों से अस्पताल परिसर भरे नजर आ रहे हैं।
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ऐसे में राज्यवासियो को गर्मी के बीच पानी, बिजली और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी और अहम सेवाओं की क़िल्लत से बचाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल की सरकार ने तमाम अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टी रद्द करने का फैसला किया है। सरकार की कोशिश है कि संबंधित कर्मचारी व अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में आ रही समस्याओं व चुनौतियों को देखें और उसके निपटारे की उचित व्यवस्था करें।
आधिकारिक बयान के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश में हीट-वेव के संभावित प्रकोप को देखते हुए, विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर संबंधित मुख्यालय पर ही रहने के लिए कहा गया है, इनमें डॉक्टरों, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ आदि शामिल हैं। वैसे विशेष परिस्थितियों में अधिकारियों से अनुमति के बाद ही कर्मचारी छुट्टी ले सकते हैं, जिसकी सूचना निदेशालय को भी देनी होगी।
स्वास्थ्य महकमें को अलर्ट पर रखते हुए, जारी सर्कुलर में अवकाश निरस्त किए जाने के साथ ही साथ सभी अस्पतालों में लू आदि से पीड़ित मरीजों के लिए बेड तैयार रखने, पर्याप्त मात्रा में दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, ज़रूरी उपकरण आदि की व्यवस्था रखने जैसे निर्देश भी दिए गए हैं। इसके साथ ही सरकार की ओर से प्रदेश भर में मनरेगा स्थलों पर भी ‘मेडिकल किट्स’ मुहैया करवाए जाने की बात कही गई।
वहीं प्रदेश के ऊर्जा विभाग ने अपने भी सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और इंजीनियरों के अवकाश को निरस्त करते और डिस्कॉम में छुट्टी निरस्त होने के आदेशों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का फ़रमान सुनाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ज़िलाधिकारियों को भी यह निर्देश दिया है कि अपने-अपने ज़िलों में पानी, बिजली और चिकित्सा की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें और साथ ही लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर आदि की भी व्यवस्था की जाए।