Koo stops salary payments from April: कभी X (पूर्व में Twitter) के प्रतिस्पर्धी के रूप में देखे जाने वाले भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo ने वित्तीय संकट के बीच अप्रैल के लिए वेतन भुगतान को रोक दिया है। इस बार में अप्रैल महीने की शुरुआत में कंपनी ने Zoom कॉल के माध्यम से कर्मचारियों को जानकारी दी। जाहिर है इस निर्णय ने कर्मचारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
कंपनी की ओर से इस प्लान के बारे में अप्रैल माह में ही कर्मचारियों को सूचित किया गया, जिसके चलते कर्मचारी हैरान और परेशान हुए। मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आ रही जानकारी के अनुसार, कंपनी की ओर से सैलरी रोके जाने की पुष्टि करते हुए, इसके पीछे का कारण भी बताया जा रहा है।
Koo stops salary payments
Koo ने वेतन रोके जाने को लेकर कहा है कि कंपनी में नई पूंजी निवेश को लेकर संभावित रणनीतिक भागीदारों के साथ चर्चा की जा रही है। कंपनी इन दिशा में सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। लेकिन Koo के मुताबिक, साझेदारी को अंतिम रूप देने में थोड़ा देरी हो रही है और इसी के चलते वेतन भुगतान में भी असर देखनें को मिल रहा है।
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लेकिन कंपनी की ओर से अपने कर्मचारियों को यह आश्वासन दिया गया है कि एक बार इस रणनीतिक साझेदारी के पूरा हो जाने और नए फंड के आ जाने के बाद, वेतन भुगतान फिर से शुरू कर दिया जाएगा।
आपको बता दें, वित्तीय संकट से जूझ रहे Koo ने जून 2022 में व्यापक रूप से छंटनी की थी। उस समय लगभग 80% नौकरियों की कटौती की गई थी, जिसके बाद से कंपनी में सीमित कर्मचारी ही शेष बचे थे। फिलहाल कंपनी पुनः छंटनी का विकल्प चुनती दिखाई नहीं दे रही है। इसके पीछे जानकारों का तर्क है कि कंपनी विच्छेद वेतन आदि का भार भी अभी वहन करना नहीं चाहेगी।
असल एमिन कंपनी ने मौजूदा शेष कर्मचारियों के वेतन में अक्टूबर 2023 से 40 प्रतिशत तक की कटौती की थी। इसके बाद से ही Koo की वित्तीय स्थिति को लेकर तमाम तरीक़े के सवाल व चिंताएं उठने लगी थीं। इतना ही नहीं बल्कि इस साल की शुरुआत में कुछ वरिष्ठ कर्मचारी भी कंपनी को अलविदा कहते दिखाई दिए थे। इसके पीछे वेतन में कटौती को मुख्य वजह माना जाता है।
इन सब हालातों के बीच Koo की परेशानी सिर्फ वित्तीय स्थिरता तक ही सीमित नहीं है। प्लेटफ़ॉर्म उपयोगकर्ता आँकड़ो के लिहाज से भी चुनौतियों का सामना करता दिखाई पड़ रहा है। कंपनी के सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या जून 2023 में 7.2 मिलियन से घटकर मार्च में 2.7 मिलियन तक आ गई है। यह लगभग 62% तक की भारी गिरावट को दर्शाता है। इसके पीछे जून 2022 से ग्राहक अधिग्रहण कैम्पेन को रोकने को भी एक वजह माना जाता है।
कंपनी के निवेशकों की लिस्ट में Tiger Global, Accel और Kalaari Capital जैसे दिग्गज नाम शामिल होने के बाद भी Koo एक स्थायी राजस्व मॉडल तैयार करने के लिहाज़ से संघर्ष कर रहा है। Koo ने अब तक कुल लगभग $50 मिलियन का निवेश हासिल किया है।