WeWork Selling India Unit: अमेरिका आधारित ऑफिस-स्पेस शेयरिंग स्टार्टअप – WeWork ने अब पूरी तरह भारत से अपना कारोबार समेटने का मन बना लिया है। कंपनी भारतीय इकाई में पूरी 27% हिस्सेदारी बेचने जा रही है। जानकारी के अनुसार, यह डील लगभग ₹1,200 करोड़ में की जा सकती है।
यह डील सेकेंडरी लेनदेन के माध्यम से की जा सकती है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस संभावित ₹1,200 करोड़ के सौदे में बेंगलुरु स्थित प्रॉपर्टी डेवलपर Embassy Group भी अपनी हिस्सेदारी 73% से घटाकर 60% कर सकता है।
WeWork Selling India Unit
इस कथित डील के तहत WeWork की भारतीय इकाई में हिस्सेदारी को Enam Group का फ़ैमिली ऑफ़िस, निवेश फंड A91 Partners और मिथुन सचेती (संस्थापक, Caratlane) समेत अन्य निवेशक मिलकर खरीद सकते हैं। बताया जाता है कि भारतीय इकाई में WeWork Inc और Embassy Group की कुल मिलाकर 40% हिस्सेदारी बनती है।
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रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि इस डील के तहत भारतीय यूनिट में WeWork की हिस्सेदारी को बेचा जाएगा, जिस फिलहाल Embassy Group द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस कथित ₹1,200 करोड़ की डील का अधिकांश हिस्सा शेयरों की सेकेंडरी बिक्री के माध्यम से होगा, लेकिन बाद में इसमें कुछ प्राइमरी अंश भी शामिल हो सकता है।
स्पष्ट कर दें कि फिलहाल किसी भी कंपनी की ओर से इस डील को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि या संकेत नहीं दिए गए हैं। लेकिन मामले के जानकारों के कहना है कि बातचीत हो चुकी है और अब कंपनी भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी प्राप्त करने का इंतजार कर रही है।
बताते चलें, वर्तमान में WeWork India के सीईओ का पद करण विरवानी संभाल रहे हैं। वहीं एडम न्यूमैन और मिगुएल मैककेल्वे द्वारा शुरू की गई WeWork Inc ने पिछले साल नवंबर में दिवालिया हेतु आवेदन किया था। लेकिन दिलचस्प यह है कि अमेरिकी परिचालन के विपरीत, WeWork India के व्यवसाय में वृद्धि दर्ज की गई है।
WeWork India के राजस्व आँकड़ो पर गौर करें तो वित्त वर्ष में 2023 में इसने कुल ₹1,300 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो लगभग 68% की वृद्धि को दर्शाता है। जबकि इसी अवधि के लिए कंपनी का शुद्ध घाटा 80% तक कम होकर ₹146 करोड़ रहा गया। साल 2017 में Embassy Group ने WeWork Inc के साथ एक संयुक्त उद्यम स्थापित करते हुए इसका संचालन शुरू किया था।
कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2024 में ₹1,800 करोड़ के राजस्व आँकड़े को छूने का है। भारत में WeWork, Indiqube, CoWorks, 91Springboard, Bhive जैसे प्रतिद्वंदियो से मुक़ाबला करती है।