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दिल्ली: बच्चों की तस्करी का मामला, एक नवजात बच्चे की कीमत ₹5 लाख

दिल्ली: बच्चों की तस्करी का मामला, एक नवजात बच्चे की कीमत ₹5 लाख

  • सीबीआई ने दिल्ली में नवजात बच्चों के खरीद फरोख्त करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया.
  • सीबीआई मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ के बाद कई बड़े खुलासे कर सकती है.
Delhi child trafficking case

Delhi child trafficking case: सीबीआई ने दिल्ली में नवजात बच्चों के खरीद फरोख्त करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के पकड़े जाने के बाद कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आने की उम्मीद है।

दरअसल सीबीआई ने दिल्ली हरियाणा में छापे मारकर आरोपियों से नवजात बच्चों को बचाया है, जिनमे बच्चों की संख्या 3 बताई जा रही है। इस दौरान बच्चों की खरीद फरोख्त में शामिल सात के आसपास आरोपियों को भी पकड़ा गया है।

गिरोह की अंतराज्यीय जांच

पकड़ाए गए लोगों से कई खुलासे होना बाकी है, प्रारंभिक जांच में बच्चों को 5 से 6 लाख रुपए में बेचने की बात सामने आई है, गिरोह सोशल मीडिया की मदद से निसंतान दंपती को बच्चों को बेचा करते थे। इसमें दिल्ली के कई अस्पतालों और आईवीएफ सेंटर की भूमिका संदेह के घेरे में आई है। आरोपियों के पास से 5 लाख रुपए राशि की सहित कुछ दस्तावेजों के साथ संदिग्ध वस्तु को जब्त किया गया है।

दिल्ली के केशवपुरम इलाके से महिला गिरफ्तार

सीबीआई ने दिल्ली के केशवपुरम इलाके के एक मकान की चौथी मंजिल से एक महिला को गिरफ्तार किया, जो नवजात बच्चें को बेचने की फ़िराक में थी। महिला का नाम पूजा बताया जा रहा है उसके पास से 2 बच्चों को भी जब्त किया गया हैं। जिस मकान महिला को गिरफ़्तार किया गया है वह उसका मकान नही है वह उस जगह में बीते 7 माह से किराए में रह रही थी। आस पास के लोगों को उसके बारे में कुछ ज्यादा पता नही है।

हरियाणा में भी गिरफ्तारी

मामले को लेकर हरियाणा से भी गिरफ्तारी की गई है, सीबीआई ने 7 के पास ठिकानों में छापा मारकर वह से भी एक नवजात बच्चें को बरामद किया गया है। सीबीआई ने पूरे मामले को लेकर नीरज, निवासी सोनीपत हरियाणा, इंदु पवार निवासी पश्चिम विहार दिल्ली, असलम निवासी पटेल नगर दिल्ली, पूजा कश्यप निवासी नारंग कॉलोनी, कन्हैयियन नगर दिल्ली, रितु निवासी कराला, दिल्ली, अंजलि निवासी मालवीय नगर दिल्ली, कविता को दिल्ली से गिरफ्तार किया हैं।

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गोद लेने के फर्जी दस्तावेज़

आरोपी गिरोह बच्चों के गोद लेने के फर्जी दस्तावेज़ का निर्माण करते थे, उसके बाद खरीदार को भी फर्जी दस्तावेज़ के जरिए बच्चों को बेच दिया जाता था। कथित तौर में गिरोह के (Delhi child trafficking case)  लोग बच्चों को सगे माता पिता के अलावा आईबीएफ मां के जरिए भी खरीदा करते थे। सीबीआई मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ के बाद कई बड़े खुलासे कर सकती है।

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