Meta to set up its first data center in India at Reliance campus: सोशल मीडिया दिग्गज और फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसी कंपनियों पर मालिकाना हक रखने वाला Meta भारत में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। कंपनी देश के भीतर अपना पहला डेटा सेंटर खोलने जा रही है और दिलचस्प यह है कि इसके लिए रिलायंस (Reliance) के साथ करार किया गया है।
यह जानकारी द इकोनॉमिक टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से सामने आई है। बताया गया है कि चेन्नई में रिलायंस इंडस्ट्रीज कैंपस के अंदर ही Meta भारत में अपना पहला डेटा सेंटर खोलने जा रहा है। मेटा (Meta) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के बीच यह डील एक विस्तृत चर्चा के बाद हुई है।
ख़बरों के मुताबिक, दोनों कंपनियों के मालिकों ने इस संबंध में अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की प्री-वेडिंग इवेंट के दौरान ही बातचीत करते हुए यह निर्णय लिया। लेकिन फिलहाल यह साफ कर दें कि आधिकारिक रूप से दोनों कंपनियों द्वारा फिलहाल इस समझौते की पुष्टि नहीं की गई है।
Meta to set up its first data center in India
हाल के दिनों में हम देख चुके हैं कि भारत सरकार टेक कंपनियों को लेकर कई नियमों में बदलाव करती नजर आई है। इसके साथ ही ऑनलाइन या डिजिटल डेटा के मोर्चे पर भी नए रेगुलेशन्स अपनाए जाने की योजनाओं का भी खुलासा किया गया। मौजूदा समय में Meta के लिए भारत सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है।
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ऐसे में जाहिर तौर पर कंपनी यहाँ के लोगों और साथ ही साथ सरकार का विश्वास हासिल करने के लिए व्यापक प्रयास करना चाहती है। और शायद कंपनी का पहला डेटा सेंटर भी इसी दिशा में की गई कोशिशों का ही एक हिस्सा है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया कि Meta अपने बड़े आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल के चलते भी इस कदम को उठा रहा है, क्योंकि हाल के दिनों में एआई मॉडल के संचालन को लेकर भी भारत सरकार ने थोड़ी सख्ती अपनाने की कोशिश की है। वहीं बात की जाए रिलायंस के संबंधित चेन्नई परिसर की तो यह लगभग 10 एकड़ में फैला हुआ है।
क्या होगा असर?
आपमें से शायद कुछ लोग यह जानना चाहते होंगे कि आखिर भारत में डेटा सेंटर बनाने से Meta को क्या फ़ायदा होगा। असल में इस डाटा सेंटर के चलते Meta भारत में फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप आदि ऐप्स के यूजर्स के तमाम डेटा को स्थानीय स्तर पर ही स्टोर कर पाएगा। फिलहाल कंपनी सिंगापुर में स्थित डेटा सेंटर में ही भारतीय उपयोगकर्ताओं के डेटा को स्टोर करने का काम करती है।
भारत Meta के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है, जिसका सीधा का मतलब ये है कि यहाँ Meta के पास बेहद विशाल उपयोगकर्ता आधार है। ऐसे में भारत के भीतर ही डेटा सेंटर स्थापित करना कंपनी के लिए डेटा प्रोसेसिंग के काम को और भी तेज बना देगा। इसके साथ ही Meta को कई मोर्चों पर लागत में कटौती करने और क़ानूनी बाधाओं से बचने में भी मददम मिलेगी।