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भारत में Meta ने PTI से किया करार, होगा फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम का विस्तार

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Meta agreement with PTI in India: सोशल मीडिया में पॉपुलर ऐप्स फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप जैसी मेटा के स्वामित्व वाली कम्पनियों ने अपने प्लेटफॉर्म के ज़रिए गलत और फेक जानकारियों का पता लगाने, उसकी समीक्षा करने और मूल्यांकन करने के लिए मेटा की ‘थर्ड पार्टी फैक्ट चेकिंग पार्टनरशिप’ (3पीएफसी) के साथ पीटीआई का करार हुआ है।

इस साझेदारी के बारे में जानकारी देते हुए Meta ने अपनी एक घोषणा में कहा है, भारत में अपने तीसरे पक्ष यानी थर्ड पार्टी के फैक्ट चेक प्रोग्राम का विस्तार कर हुए कंपनी ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के साथ एक साझेदारी की है, इस साझेदारी के बाद पीटीआई न्यूज एजेंसी को Meta प्लेटफॉर्म (whatsapp, instagram, Facebook, threads) पर गलत सूचना के रूप में कंटेंट की पहचान, समीक्षा और मूल्यांकन करने में सक्षम बनाएगी।

भारत में लोकसभा चुनावों की घोषणा से पूर्व Meta ने अपने प्लेटफॉर्म के जरिए गलत जानकारी खबरें सूचनाओं को फैलने या चुनाव में किसी भी प्रकार से अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के अनुचित उपयोग जैसी बातों में उपयोग न हो सकें इसके लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई थी। इसके साथ ही भारत के मुख्य निर्वाचन आयोग के साथ भी एक साझेदारी की बात कही गई थी। अपनी प्रतिबद्धता को एक क्रम और आगे बढ़ाते हुए meta ने पीटीआई के साथ यह साझेदारी किया है। यह साझेदारी भारत में डिजिटल परिदृश्य में गलत सूचनाओं के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगी।

भारत में डिजिटल परिदृश्य में गलत सूचनाओं के खिलाफ लड़ाई में सहयोगी

इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए पीटीआई मुख्य कार्य अधिकारी और प्रधान संपादक विजय जोशी ने कहा,

‘Meta के 3PFC कार्यक्रम में शामिल होकर पीटीआई की फैक्ट चेक क्षमता और प्रभाव महत्त्वपूर्ण तरीके से बढ़ेगा। यह साझेदारी भारत में डिजिटल परिदृश्य में गलत सूचनाओं के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगी और उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन दुनिया में अधिक आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने में सक्षम बनाएगी।’

Meta agreement with PTI in India

गौरतलब हो, इस साझेदारी के साथ ही मेटा के अब भारत में 12 फैक्ट-चेकिंग पार्टनर हैं, जिनमें एएफपी-हब, द क्विंट, न्यूजचेकर, इंडिया टुडे फैक्ट चेक, फैक्टली और अन्य शामिल हैं। इसके साथ ही मेटा के पास भारत के विभिन्न भागों में बोले जाने वाली भाषाओं में कंटेंट और कवरेज मौजूद है। भारत में कंपनी ने 16 से अधिक भाषाओं तक अपना पहुंच स्थापित की है।

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वही दूसरी ओर पीटीआई के मेटा के जुड़ने के बाद इसकी सेवाओं में अतिरिक्त बेहतरी प्रामाणिक जानकारी देखने को मिलेगी। चूंकि पीटीआई एशिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी समाचार एजेंसियों में से एक है। इसका भारत और दुनिया भर में संवाददाताओं का विशाल नेटवर्क है और यह टेक्स्ट, वीडियो, तस्वीरों तथा इंफोग्राफिक्स के रूप में समाचार मुहैया कराती है।

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