Dailyhunt in talks to acquire Koo: Twitter के बाद अब भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo भी बिक सकता है। सामने आ रही खबरों के अनुसार, देश की ही एक मीडिया फर्म – Dailyhunt शायद Koo का अधिग्रहण कर सकता है। इसको लेकर दोनों कंपनियों के बीच बातचीत चल रही है।
इस बात का खुलासा TechCrunch की एक हालिया रिपोर्ट में मामले से संबंधित सूत्रों के हवाले से हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार इस संभावित डील में शेयर-स्वैप को लेकर भी चर्चा हो रही है। इस डील को आगामी हफ्तों के भीतर अंतिम रूप दिया जा सकता है।
यह इसलिए भी दिलचस्प हो जाता है क्योंकि पिछले साल ही कंपनी के सह-संस्थापक ने यह कहा था कि Koo किसी ऐसे के साथ साझेदारी करना चाहेगा जिसके पास koo के उपयोगकर्ता आधार या संख्या को बढ़ाने और इसे बढ़ने में मदद करने के लिए व्यापक क्षमता व ताकत हो।
इसके पहले पिछले साल अप्रैल में ही Koo द्वारा अपने 30 प्रतिशत कर्मचारियों की छँटनी की खबर सामने आई थी। कंपनी ने तब कहा था कि वैश्विक आर्थिक हालातों को देखते हुए, फिलहाल विस्तार या विकास के बजाए ‘दक्षता’ (एफिशिएंसी) हासिल करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
बेंगलुरु स्थित माइक्रोब्लॉगिंग ऐप Koo की शुरुआत साल 2020 में अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने मिलकर की थी। Koo को एक बड़ा फायदा तब मिला जब उसी वक्त ट्विटर और भारत सरकार के बीच मानों विवाद जैसी स्थिति बन गई थी, जिसके पीछे किसान आंदोलन आदि जैसे विषयों ने भी एक अहम रोल अदा किया था। उस समय कई सरकारी अधिकारी, क्रिकेटर्स, बॉलीवुड स्टार्स, राजनेताओं और अन्य तमाम हस्तियों ने ट्विटर का विरोध करते हुए इस देसी विकल्प को अपनाया था।
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लेकिन जैसे-जैसे ट्विटर बनाम केंद्र सरकार विवाद ठंडे बस्ते में जाता गया, वैसे ही भारत में वापस लोगों ने ट्विटर का रुख़ करना किया। इसकी कई वजहें भी रहीं। असल में Twitter में दुनिया भर के विषयों पर बातचीत करने वाले कई नामी लोग मौजूद है।