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Farmers Protest 2024: किसान दिल्ली की ओर रवाना? सड़कों पर दिख सकता है ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का बड़ा काफिला

Farmers Protest 2024: किसान दिल्ली की ओर रवाना? सड़कों पर दिख सकता है ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का बड़ा काफिला

  • ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के लंबे काफिले के साथ क़िसान दिल्ली की ओर रवाना
  • प्रशासन ने सीमाओं पर की क़िलेबंदी, बॉर्डर पर कड़े इंतजाम
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Farmers Protest 2024 Delhi Chalo March: आज 13 फरवरी के दिन एक बार फिर दिल्ली खबरों का केंद्र बन चुका है। इसके पीछे की वजह है किसानों का दिल्ली मार्च, जो ऐलान के मुताबिक आज ही होना है। कल चंडीगढ़ में देर रात किसानों के प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के बीच एक बैठक हुई, ताकि किसानों के दिल्ली मार्च के पहले ही समाधान तलाश लिए जा सकें। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि ये बैठक बेनतीजा रही।

ऐसे में पूर्व में की गई घोषणा के तहत किसानों ने दिल्ली की ओर बढ़ना शूरू कर दिया है। सोशल मीडिया व अन्य जगहों पर सामने आ रहे वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि खासकर पंजाब और हरियाणा के किसान ‘दिल्ली चलो’ अभियान के चलते राजधानी की ओर कूच कर रहे हैं।

Farmers Protest 2024

खबर है कि पंजाब से भारी संख्या में किसान और उनके साथ ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के लंबे काफिले दिल्ली की ओर निकल चुके हैं। हरियाणा से भी किसानों ने इस दिशा में पहल शुरू कर दी है। ऐसे में दिल्ली समेत हरियाणा में भी पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम के प्रयास किए हैं।

जैसा कल ही जानकारियाँ सामने आई थी कि किसान आंदोलन के हिस्से के रूप में किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के ऐलान को देखते हुए दिल्ली और हरियाणा के संबंधित इलाकों में धारा-144 लगा दी गई है।

दिल्ली में पुलिस प्रशासन ने प्रमुख बॉर्डरों जैसे सिंघु, टीकरी, गाजीपुर में सामान्य बैरिकेड्स के साथ ही साथ लोहे और कंक्रीट के बैरिकेड का भी इस्तेमाल किया है। इसके अलावा कंटीले तार, कंटेनर आदि उपायों को भी आज़माए जाने की खबरें कल शाम से ही चर्चा का विषय बनी हुई हैं।

दिल्ली पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में सीमाओं के रास्ते प्रवेश करने के रोकने हेतु वज्र वाहनों की तैनाती भी की गई है। कल पुलिस प्रशासन की ओर से मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया था।

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सामने निकल कर आ रही जानकारी के अनुसार, सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए, दिल्ली में लगभग दो मेट्रो स्टेशनों के गेट भी बंद किए गए हैं, और सीमाओं पर स्थित स्कूल आदि भी बंद करवाए जाने की सूचना सामने आ रही है।

क्या हैं किसानों की माँगे?

आप में से शायद अभी भी बहुत से लोग यह जानना चाहते होंगे कि किसानों के प्रदर्शन की वजह क्या है? असल में किसानों ने अपनी कुछ माँगो को लेकर पिछले कुछ हफ़्तों से लगातार अलग-अलग जगहों पर धरने दे रहे थे। लेकिन माँगो को पूरा ना होता देख उन्होंने केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया।

इस प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के क़िसान प्रमुख रूप से भाग ले सकते हैं। किसानों की प्रमुख माँगो में से एक फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी से जुड़ी है। क़िसान एमएसपी को लेकर लगातार एक ठोस कानून बनाने की माँग करते आए हैं। इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि क़िसान देश में हरित क्रांति के जनक एम. एस. स्वामीनाथन स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी माँग कर रहे हैं। साथ ही किसानों के कर्ज माफी से जुड़े मुद्दे और किसानों पर दर्ज पुलिस शिकायतों को वापस लेने से लेकर अन्य तमाम मुद्दें भी उनकी माँगो का हिस्सा हैं।

दिल्ली की सड़कों पर लग सकता है जाम

किसानों के व्यापक प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली की सड़कों पर आज भारी जाम लग सकने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। राजधानी में आज यातायात व्यवस्था को लेकर कई अंदेशें हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने रूट का पहले से ही आँकलन करके निकलें।

असल में दिल्ली के बॉर्डरों पर भारी वाहनों की आवाजाही पहले से ही बंद कर दी गई है और अगर किसान राजधानी में प्रवेश की कोशिशें करते नजर आए तो प्रशासन बॉर्डर्स को पूरी तरह से सील भी कर सकता है। शुरुआती सूचना के मुताबिक, दिल्ली से ग़ाज़ियाबाद वाले रास्ते के साथ ही साथ निज़ामपुर बॉर्डर जैसी जगहों पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

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