Nitish Locket Will Save Us From Disaster: अक्सर किसी ना किसी आपदा जैसे ख़राब मौसम, भारी बरसात आदि के चलते बिहार को व्यापक तौर पर नुकसान होता है। इनके चलते कई लोग अपनी जान तक गंवा बैठते हैं। लेकिन अब लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है, उन्हें किसी आपदा से पहले उससे संबंधित अलर्ट भेज दिया जाएगा। यह सब संभव हो सकेगा ‘नीतीश लॉकेट/पेंडेंट के माध्याम से।
नीतीश लॉकेट एक जो एक नया डिवाइस है, जो लोगों को खराब मौसम आदि के प्रति पहले से अलर्ट प्रदान करने में सक्षम होगा। इस डिवाइस को सरकार के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की और आईआईटी पटना ने मिलकर तैयार किया है। इसको एक लॉकेट या पेंडेंट का स्वरूप दिया गया है। डिवाइस का नाम नीतीश लॉकेट रखने के पीछे नीतीश का मतलब नॉवेल एंड इंटेन्स टेक्नालॉजिकल इंटरवेंशन फॉर ह्यूमन लाइव्स से है।
Nitish Locket
यह गले में पहन सकने वाला एक सुरक्षा लॉकेट है जो, बिहार के लोगों के बचाव के लिए सरकार और आईआईटी पटना द्वारा विकसित किया गया है। यह आपदा से बिहारवासियों की रक्षा करेगा। इसे बचाने सरकार के संबंधित प्राधिकरण और आईआईटी पटना द्वारा मिलकर की पेटेंट कराया जाएगा, जिसका आवदेन आगामी दिनों में किया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई जानकारी के अनुसार, लगभग यह 1 लाख डिवाइस आईआईटी पटना की ही लैब में तैयार किए जाने हैं। लेकिन पहले चरण के तहत आपदा प्राधिकरण की ओर से दस हजार लॉकेटों की माँग की गई है।
फिलहाल इस लॉकेट की कीमत ₹1000 तक अनुमानित है। लेकिन अगर इसके हिस्से स्थानीय रूप से ही विकसित हो सके तो इसकी कीमत में कमी आ सकती है। इसका वजन महज 43 ग्राम बताया जा रहा है, ऐसे में इसे पहननें में बहुत अधिक परेशानी भी नहीं होगी।
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डिवाइस लगभग 30 मिनट पहले ही लोगों को बिजली गिरने, बाढ़, अत्यधिक लू और शीतलहर जैसे आपदाओं की चेतावनी देगा। खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी एक कार्यक्रम के दौरान इस डिवाइस का जायज़ा लिया। इसके साथ ही उन्होंने आपदा से राहत आदि लिहाज से तैयार नीतियों व आधुनिक डिवाइसों को लेकर लोगों को जागरूक किए जाने के भी निर्देश दिए।
आज सरदार पटेल भवन में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नवीकृत राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र का उद्घाटन किया तथा निर्णय समर्थन प्रणाली (Decision Support System) का शुभारंभ किया। इस व्यवस्था की शुरुआत होने से आपदा प्रबंधन कार्यों का और बेहतर ढंग से समन्वय के साथ निष्पादन किया जा सकेगा।… pic.twitter.com/OEXXo6mqXf
— Nitish Kumar (@NitishKumar) January 31, 2024
यह आधुनिक प्रणाली प्रदेश के सभी जिला आपातकालीन संचालन केंद्र से एक साथ तुरंत सूचनाओं का आदान-प्रदान करने में सक्षम होगी। इसकी मदद से पर्याप्त समय रहते लोगों को आपदा अलर्ट मिल सकेगा साथ ही संबंधित कार्यों का संचालन भी बेहतर ढंग से हो सकेगा।