Old Pension Scheme – Rajasthan Ends OPS?: राजस्थान में नई सरकार बनने के बाद से ही सबकी निगाहें इसी तरफ हैं कि क्या मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार प्रदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) को बरकरार रखेगी या फिर पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी जाएगी? इसका जवाब शायद अब थोड़ा साफ होने लगा है।
असल में मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि नई सरकार के गठन के पश्चात् भजनलाल सरकार द्वारा की जा रही पहली ही नियुक्ति में कर्मचारियों पर नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) लागू कर दी गई है दिया है। नियुक्ति संबंधी इस आदेश में कहीं भी पुरानी पेंशन योजना (OPS) का जिक्र तक नहीं किया गया है।
ऐसे में जानकारों का अनुमान है कि यह सरकार की मंशा को साफ जाहिर करता है कि प्रदेश की नई सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लागू नहीं करेगी और ओपीएस को हटाते हुए, इसके स्थान पर नेशनल पेंशन स्कीम को अपनाया जाएगा। लेकिन यह साफ कर दें कि इस संबंध में अभी भी प्रदेश सरकार की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी जल्द इस विषय पर स्पष्टता प्रदान करते हुए, प्रदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम के भविष्य को लेकर सरकार के दृष्टिकोण का ऐलान करेंगी।
Rajasthan Ends OPS
वैसे राजस्थान सरकार द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम के खत्म होने की खबर शायद इतनी भी हैरान करने वाली ना हो। ऐसा इसलिए क्योंकि पुरानी पेंशन योजना को लेकर देश के अन्य तमाम प्रदेशों की भाजपा सरकारों का रूख कुछ ऐसा ही रहा है। उन प्रदेशों में भी सरकारों ने OPS को खत्म करते हुए, NPS को अपनाने का काम किया है।
गौर करने वाली बात ये भी है कि नई सरकार लगातार पूर्व गहलोत सरकार की योजनाओं को बदलती भी नजर आई है।
क्यों उठी OPS खत्म होने की अकटलें
हुआ ये कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से एक भर्ती निकाली गई। इस भर्ती के तहत सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी के पदों पर चयन किया जाना था। और ऐसा हुआ भी, कृषि विभाग की ओर से 22 जनवरी को कुल 25 चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई।
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परंतु इनके नियुक्ति आदेश में ओल्ड पेंशन स्कीम के बजाए अंशदायी पेंशन योजना यानी NPS का जिक्र देखनें को मिला। इसके बाद से ही यह मुद्दा सियासी गलियारों में भी उठने लगा।