Earthquake In Afghanistan, Delhi And North India: एक बार फिर अफगानिस्तान की धरती काँपी है। आज (11 जनवरी) को अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता 6.1 से 6.4 के बीच मापी गई। गौर करने वाली बात ये है कि कल (10 जनवरी) को भी पश्चिमी अफगानिस्तान के इलाके में भूकंप के झटके महसूस किये गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ताजा भूकंप अफगानिस्तान के हिंदू कुश (Hindu Kush) क्षेत्र में आय है। यह इतना तेज था कि इसका असर दिल्ली समेत कुछ अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में भी दर्ज किया गया।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, अफगानिस्तान में 11 जनवरी 2024 को लगभग 2 बजकर 50 मिनट पर 6.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप के केंद्र बिंदु की स्थिति – 36.48 अक्षांश और 70.45 देशांतर रही। इसकी गहराई लगभग 220 किमी बताई गई।
यह भी जानकारी सामने आ रही है कि इस भूकंप का केंद्र बिंदु काबुल से करीब 241 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में था। जाहिर तौर पर भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है, क्योंकि अफगानिस्तान पिछले कुछ समय से भूकंप के चलते भारी नुकसान सह चुका है।
पिछले साल अफगानिस्तान में सिलसिलेवार ढंग से कई खतरनाक भूकंप आए थे, जिसके चलते दुर्भाग्यवश वहाँ 1,000 से अधिक लोग मारे तक गए थे।
Earthquake of Magnitude:6.1, Occurred on 11-01-2024, 14:50:24 IST, Lat: 36.48 & Long: 70.45, Depth: 220 Km ,Location: Afghanistan for more information Download the BhooKamp App https://t.co/fN2hpmK3jO @KirenRijiju @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia @Indiametdept pic.twitter.com/q5pkBVscsW
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) January 11, 2024
Earthquake In Afghanistan: Delhi में भी झटके
बताया जा रहा है कि इस भूकंप के झटके भारत की राजधानी दिल्ली समेत आसपास के कुछ शहरों में भी महसूस किए गए। दिल्ली और इसके नजदीकी इलाकों में कई लोगों ने फर्नीचर हिलने जैसी बातें भी कहीं।
भारत में दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र भूकंपीय क्षेत्र IV के अंतर्गत आते हैं, ऐसे में स्वाभाविक रूप से यह शहर भूकंप के प्रति काफी संवेदनशील कहा जा सकता है।
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पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके
कुछ ही देर पहले अफगानिस्तान में आए इस भूकंप के झटके सिर्फ भारत के दिल्ली-एनसीआर में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के कई शहरों में भी महसूस किए गए हैं। पाकिस्तान के जिन शहरों में इस भूकंप का थोड़ा असर देखनें को मिला, उनमें लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी और खैबर पख्तूनख्वा आदि का नाम शमिल है।
अभी कुछ दिन पहले ही जापान में 7 से अधिक तीव्रता के आए भूकंप आए थे, जिसकी वजह से भारी संख्या में जान-माल का भी नुकसान हुआ था।
कैसे आता है भूकंप?
हमारी पृथ्वी कुल 7 तरह की टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। जब कहीं ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, रगड़ खाती हैं या एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं, तो उस क्षेत्र में प्लेट्स के कोने मुड़ने आदि के चलते बनने वाले दबाव के कारण भारी मात्रा में ऊर्जा पैदा होती है। और जब यह ऊर्जा बाहर निकलने की कोशिश करती है तो उस क्षेत्र में तनाव पैदा होता है और झटके महसूस किए जाते हैं, और इसे ही भूकंप का नाम दिया जाता है।
इस स्थान पर प्लेट्स में हलचल होती है, उसे भूकंप का केंद्र क़हते हैं। भूंकप को मापने के लिए सिस्मोग्राफ जैसे यंत्रो का इस्तेमाल किया जाता है। तथा इसको रिक्टर स्केल के पैमानें पर मापते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप का आँकलन 1 से 9 तक की माप के आधार पर किया जाता है।