Vibrant Gujarat Summit 2024 Major Highlights: राजधानी गांधीनगर में स्थित महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में आज (10 जनवरी) से वाइब्रेंट गुजरात समिट 2024 का आगाज हो गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। वाइब्रेंट गुजरात समिट का यह 10वाँ संस्करण है, जिसका आयोजन 10 से 12 जनवरी तक किया जाना है।
इस सम्मेलन में चीफ गेस्ट के रूप में यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद समेत दुनिया भर के तमाम देशों जैसे ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, चेक रिपब्लिक, मिस्र, एस्टोनिया, फिनलैंड, जर्मनी, इंडोनेशिया, जापान, केन्या, नीदरलैंड, मलेशिया, माल्टा, मोरक्को, नेपाल, नॉर्वे, पोलैंड, वियतनाम, साउथ कोरिया, रवांडा, सिंगापुर, थाईलैंड, उरुग्वे, घाना, तंजानिया और मोजाम्बिक आदि से दिग्गज कारोबारी ने शिरकत की।
गौर करने वाली बात ये है कि इस समिट की शुरुआत साल 2003 में तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में की गई थी। इस बार यानी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वे संस्करण का थीम ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ (भविष्य का रास्ता) तय किया गया है।
Vibrant Gujarat Summit – Highlights
जाहिर तौर पर वाइब्रेंट गुजरात समिट में नामी भारतीय कारोबारी भी नजर आए, जिनमें मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी, आनंद महिंद्रा, लक्ष्मी मित्तल आदि शामिल रहे। इस समिट के पहले दिन ही तमाम दिग्गज कारोबारियों में कई बड़े ऐलान किए। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भी वहाँ मौजूद लोगों को संबोधित किया।
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तो आइए वाइब्रेंट गुजरात समिट के पहले दिन हुई कुछ अहम घोषणाओं पर डालते हैं एक नजर;
वाइब्रेंट गुजरात समिट: मुकेश अंबानी (Reliance)
गुजरात में आयोजित की गई इस समिट में रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने एक बड़ा ऐलान करते हुए, हजीरा में भारत की पहली कार्बन फाइबर फैसिलिटी स्थापित करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रिलायंस ग्रुप भारत में अब तक लगभग ₹12 लाख करोड़ से अधिक का निवेश कर चुका है और इसमें से अकेले एक तिहाई हिस्सा गुजरात ही निवेश किया गया है।
अपने संबोधन के दौरान मुकेश अंबानी ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा;
“प्रधानमंत्री मोदी असंभव को संभव बना देते हैं, और शायद इसलिए कहा जाता है कि मोदी है तो मुमकिन है!”
“मैं आज फिर से दोहराता हूँ कि रिलायंस हमेशा गुजरात की कंपनी रहेगी।”
वाइब्रेंट गुजरात समिट: गौतम अडानी (Adani Group)
हाल में कारोबार के लिहाज से काफी उतार-चढ़ाव दर्ज करने वाले अडाणी ग्रुप की ओर से कंपनी के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने गुजरात के भीतर आगामी 5 सालों में ₹2 लाख करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता जताई। साथ ही उनका दावा रहा कि इस निवेश के जरिए राज्य में लगभग 1 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
अडानी ने बताया कि कंपनी कच्छ के खावडा में 30 गीगावॉट का रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट भी लगाने जा रही है। गौतम अडानी के मुताबिक उनकी कंपनी ने साल 2025 तक ₹55,000 करोड़ के निवेश का लक्ष्य बनाया था, जिनमें से अब तक लगभग ₹50,000 करोड़ का निवेश किया भी जा चुका है।
सम्मेलन में आए सभी लोगों को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा
“2014 के बाद से भारत की GDP और प्रति व्यक्ति आय में निरंतर वृद्धि दर्ज की गई है। G20 नेतृत्व ने साथ हमनें एक नया मापदंड स्थापित किया है। हमारे प्रधानमंत्री भविष्यवाणी करने के बजाए, भविष्य को आकार देते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि भारत आने वाले 2047 तक एक पूर्ण विकसित देश बन जाएगा।”
वाइब्रेंट गुजरात समिट: Tata Group
सम्मेलन के दौरान टाटा ग्रुप की ओर से भी कंपनी के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने बताया कि टाटा ग्रुप गुजरात के धोलेरा में सेमीकंडक्टर फैक्ट्री स्थापित करने जा रहा है। अगर सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से हुआ तो इसका संचालन इसी साल शुरू किया जा सकता है।
इतना ही नहीं बल्कि टाटा अगले दो महीनों में ही साणंद में लिथियम-आयन बैटरी के लिए 20 गीगावॉट गीगा फैक्ट्री शुरू करने की भी तैयारी में है।
वाइब्रेंट गुजरात समिट: लक्ष्मी मित्तल
दुनिया भर में ‘स्टील किंग’ के नाम से मशहूर दिग्गज कारोबारी लक्ष्मी मित्तल इस दौरान आत्मनिर्भरता भारत की स्थापना में स्टील की महत्वपूर्ण भूमिका का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा;
“गुजरात में 4 साल पहले प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हजीरा प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था। यह प्रोजेक्ट 2026 तक पूरा हो जाएगा। यहाँ 24 मिलियन टन स्टील उत्पादन की क्षमता होगी।”
“आने वाले 20 साल देश के लिए सबसे अहम साबित होंगे। हम साल 2047 तक विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
वाइब्रेंट गुजरात समिट में पीएम मोदी
गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात समिट के 10वें संस्करण का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कई पहलुओं पर बात की। सबसे पहले तो उन्होंने यूएई और भारत के समृद्ध रिश्तों का जिक्र किया और कार्यक्रम में शामिल होने के लिए यूएई के राष्ट्रपति का आभार जताया। बताते चलें कि दोनों देशों के बीच बंदरगाहों के विकास से लेकर अन्य तमाम क्षेत्रों में कई बड़े समझौते हुए हैं।
इस दौरान पीएम ने कहा कि भारत की प्राथमिकता भविष्य आधारित तकनीक, ग्रीन हाइड्रोजन और सेमीकंडक्टर जैसी चीजें हैं। इन क्षेत्रों में निरंतर निवेश के भी नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री के मुताबिक, बीते कई सालों से देश ने इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में भी ध्यान केंद्रित किया है। उदाहरण के रूप में आज से 10 साल पहले भारत में एयरपोर्ट की कुल संख्या 74 थी, लेकिन आज यह बढ़कर 149 तक पहुँच गई है। इसके साथ ही नेशनल हाईवे नेटवर्क, मेट्रो ट्रेन आदि में भी व्यापक वृद्धि दर्ज की गई है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत अब आगामी 25 वर्षों के लक्ष्य पर काम कर रहा है और जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे कर रहा होगा तब तक हम एक विकसित देश होंगे।