Women Arrested For not Wearing Hijab Properly: सही तौर में ड्रेस कोड का पालन नहीं करने के कारण इस्लाम धर्म को मानने वाली महिलाओं के खिलाफ़ गिरफ्तारी की कार्यवाई की गई, इन महिलाओं के साथ देश की सरकार के ऊपर कथित तौर पर महिलाओं से मारपीट के आरोप भी लगे है।
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दरअसल पूरा मामला भारत के पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान से है, जहा तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान की राजधानी में ‘सही तरीके से हिजाब नहीं’ पहनने के इल्जाम में कई महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
पूरें मामले को लेकर तालिबान सरकार के आचरण संबंधी मंत्रालय के प्रवक्ता ने तीन जनवरी को यह जानकारी सार्वजनिक की हालांकि तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने इस बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी सार्वजनिक कि, कितनी महिलाओं को हिजाब सही ढंग से नहीं पहनने के कारण गिरफ्तार किया गया।
तालिबान 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता में लौटा था तब से ही वह के तालिबानी फरमान को लेकर दुनिया भर के देशों में चर्चा होते रहती है।
Women Arrested For not Wearing Hijab Properly
अब सही तरह से हिजाब न पहनें की वजह से हुई कार्यवाई को लेकर तालिबानी सरकार चर्चाओ में है,चूंकि सरकार के आचरण संबंधी मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल गफ्फार फारूक ने यह भी नहीं बताया कि सही तरीके से हिजाब नहीं पहनने का मतलब क्या है।
हालांकि मई 2022 में तालिबान ने एक फरमान जारी कर महिलाओं से कहा था कि वह सिर्फ अपनी आंखें दिखा सकती हैं और उन्हें सिर से पैर तक बुर्का पहनने को कहा था। इसी तरह की पाबंदियां तालिबान के 1996 से 2001 के शासन के दौरान भी थी,फारूक ने कहा कि औरतों को तीन दिन पहले गिरफ्तार किया गया है।
अमेरिकी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटिड प्रेस’ को भेजे ‘वाइस नोट’ में उन्होंने कहा कि मंत्रालय को इस तरह की शिकायतें मिली थी कि महिलाएं राजधानी और प्रांतों में ठीक तरीके से हिजाब नहीं पहन रही हैं।
अब इस मामले को लेकर तालिबानी सरकार बिल्कुल भी खुश नही है। उसने देश की महिलाओं के लिए स्पष्ट निर्देश देकर रखे है,मंत्रालय ने दावा किया है औरतों को ‘ड्रेस कोड’ का ठीक से पालन करने की सलाह दी थी और जब वे ऐसा करने में नाकाम रहीं तो उन्हें गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिस अधिकारियों को भेजा गया।तालिबानी सरकार के प्रवक्ता के अनुसार पुलिस मामले को न्यायिक अधिकारियों के पास भेजेगी या महिलाओं को कड़ी शर्तों के साथ ज़मानत पर रिहा किया जाएगा।