संपादक, न्यूज़NORTH
Parliament Security Staff Shortage: आप सभी को 13 दिसंबर, 2023 को लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक संबंधित घटना याद ही होगी जब सदन के अंदर दो युवकों ने धुआँ फैलाते हुए अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया था। जाहिर तौर पर मामला गंभीर था और शुरुआती जाँच में ही दिल्ली पुलिस के 8 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया। लेकिन सवाल ‘पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस’ (PSS) पर भी उठे, जिसके चलते इसकी समीक्षा भी शुरू की गई।
और अब सामने आई टाइम्स ऑफ इंडिया की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस’ में स्टाफ की कमी पाई गई है। इसमें संसद की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों की संख्या में कमी की बात कही गई, बल्कि सुरक्षा कार्यों के लिए आज भी पुरानी तकनीक (आउटडेटेड टेक्नोलॉजी) पर निर्भरता का भी जिक्र किया गया है।
Parliament Security Staff Shortage
आपको बता दें पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस (पीएसएस) की स्पेशल कैडर ही सुरक्षा के लिहाज से संसद के भीतर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखने का काम करती है। इसके साथ ही इनके पास संसद के वीवीआईपी (VVIP) व्यक्तियों की सुरक्षा संबंधित कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी भी होती है।
Parliament Security Staff Shortage: संख्या में भारी कमी का खुलासा
रिपोर्ट की मानें तो में पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के लिए जितने कर्मचारियों की संख्या को मंजूरी दी गई है, वास्तविकता में स्टाफ की संख्या उससे काफी कम है। इसको एक मुख्य वजह बताया गया है, जिसके कारण एंट्री लेवल सिक्योरिटी पोस्ट पर सबसे कम लोग मौजूद रहे हैं, जबकि संसद के भीरत आने वाले लोगों, गाड़ियों और सामानों की जाँच इन्हीं के जिम्मे होती है। इसे संसद की सुरक्षा का पहला स्तर या ‘फिल्टर लेवल’ कहा जा सकता है।
सामने आई इस रिपोर्ट में संख्या की बात करें तो यह खुलासा किया गया है कि लोकसभा की सुरक्षा के लिए 72 सिक्योरिटी असिस्टेंट ग्रेड II ऑफिसर तैनात होने चाहिए, लेकिन वर्तमान समय में यह संख्या महज 10 ही है।
इतना ही नहीं बल्कि एंट्री लेवल टेक्निकल स्टाफ के लिए सिक्योरिटी असिस्टेंट ग्रेड II (टेक) ऑफिसर पद के लिए 99 कर्मचारियों की मंजूरी है, परंतु यह आँकड़ा मौजूदा समय में सिर्फ 39 ही है।
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लोकसभा में सुरक्षा के लिहाज से दूसरे घेरे में सिक्योरिटी ऑफिसर ‘हाउस गेट’ पर तैनात रहते हैं, जिनकी संख्या आधिकारिक मंजूरी के लिहाज से 69 होनी चाहिए, लेकिन यह भी अभी 24 तक ही सीमित है।
ज्वाइंट सेक्रेटरी (सिक्योरिटी) का पद खाली
सबसे बड़ी बात यह है कि रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि साल 2023 की शुरुआत से ही ज्वाइंट सेक्रेटरी (सिक्योरिटी) का पद खाली पड़ा हुआ है। इस पद की अहमियत का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि लोकसभा और राज्यसभा की सुरक्षा करने वाली पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस (PSS) इन्हीं के अधीन काम करती है।
हालाँकि संसद सुरक्षा में चूक की घटना के अगले दिन ही केंद्र सरकार ने इस पद को भरने की प्रक्रिया आगे बढ़ाते हुए, सभी राज्यों को इस पद पर नॉमिनेशन करने के लिए एक पत्र भेजा है। पर यह सवाल अभी भी बरकरार है कि आखिर इतना महत्वपूर्ण पद अब तक खाली क्यों था?
राज्यसभा सुरक्षा का हाल
रिपोर्ट में संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा की सुरक्षा को लेकर भी कुछ आँकड़े पेश किए गए हैं। राज्यसभा में सभी सात सुरक्षा सहायक ग्रेड- I (तकनीकी) पद वर्तमान में खाली पड़े हैं। फिलहाल राज्यसभा में बाहरी घेरे पर 26 सुरक्षा सहायक ग्रेड II कर्मचारी तैनात हैं, जबकि इनकी स्वीकृत संख्या 60 है।