Govt Moves to Ban Over 100 Chinese Websites Running Investment Scams: चीनी निवेश से संचालित 100 से अधिक वेबसाइट को देश से बंद करने वाली एक बड़ी ख़बर सामने आई है, चीन के निवेश से भारत में संचालित इन वेबसाईट को भारत में बंद करने की प्रकिया चालू की है।
दरअसल न्यूज 18 ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें दावा किया गया है, भारत में संचालित 100 से अधिक वेब साइट में भारतीय चेहरों के पीछे चीनी निवेश करके एक वित्तीय घोटाले को अंजाम दिया जा रहा था।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है, कि भारत सरकार ने ऐसी वेबसाइटों की पहचान करके इन्हें ब्लॉक करने की कार्यवाई चालू कर दिया गया है, और साथ ही भविष्य में ऐसी और अन्य वेबसाइट को प्रतिबंधित सूची में जोड़ा जायेगा।
आपको बता दे, प्रतिबंधित वेबसाइट के जरिए बैंक खातों में हेर फेर के ज़रिए रुपयों को एक खाते से दूसरे खाते में हस्तांतरण करके एक बड़ी वित्तीय अनियमिता को अंजाम दिया जाता था रुपयों को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर पैसा चीन में बैठे आकाओं के पास पहुंचाया जाता था।
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देश में ऐसे कई मामले सामने आए जब भारत के सीधे साधे नागरिकों के साथ ऐसी वेबसाइट के जरिए वित्तीय धोखे को अंजाम दिया गया। टेलीग्राम व्हाट्सएप में लिंक भेजकर वेबसाइट के माध्यम से पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देकर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया गया, साथ ही थोड़ा फायदा दिखाकर निवेश पर आकर्षक रिटर्न देने की पेशकश करके लोगों को फंसाया गया।
Chinese Websites Investment Scams: पुलिस की जांच में इस धोखधड़ी के पीछे क्रिप्टो हिजबुल्लाह वॉलेट जैसे नाम सामने आए
हैदराबाद पुलिस ने चीनी वेबसाइट और इस प्रकार के स्केम के जरिए धोखाधड़ी का पर्दाफाश करते हुए ₹712 करोड़ से अधिक राशि की जानकारी का खुलासा किया था।
साथ ही पुलिस की जांच में इस धोखधड़ी के पीछे क्रिप्टो हिजबुल्लाह वॉलेट जैसे नाम सामने आए थे बता दे, हिजबुल्लाह एक लेबनानी मिलिशिया समूह है।
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में ऐसी कई कंपनियां वेबसाइट (Chinese Websites Investment Scams) चल रही है,जिनका लिंक चीन से है। इन कंपनिया या वेबसाइट के द्वारा भारत के सीधे साधे लोगों को इनवेस्टमेंट,लोन देने जैसे वित्तीय जोखिमों में फंसा लिया जाता है।
Chinese Websites Investment Scams: पुणे से जियालियांग नाम की कंपनी का नाम सामने आया था जिसके लिंक चीन से निकले थे
इन वेबसाइट और ऐप के पास उन सभी लोगों के डेटा उपलब्ध होते है,जिसका उपयोग ब्लेकमिंग जैसे कार्यों में लिया जा रहा है। पुणे से जियालियांग नाम की कंपनी का नाम सामने आया था, जो लोगों को इसी प्रकार से जाल में फंसाया करती थी,इसमें एक चीनी महिला लियान तयांग का नाम प्रकाश में आया था। जिसका लिंक चीन के शियाग नाम के कारोबारी से थे।
गौरतलब है, पिछले कुछ सालों में भारत सरकार ने देश की संप्रभुता, राष्ट्रहित और राज्य की सुरक्षा के लिए हानिकारक बताते हुए करीब 250 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है।
अब फिर से देश के अंदर ऐसी वेबसाइट और कंपनियों को चिन्हित किया गया है,जो भारत सरकार की आर्थिक स्थिति कमजोर करने के लिए देश के अंदर गैर कानूनी तरीके से कार्य कर रही है, केंद्रीय एजेंसियों ने वित्तीय हेर – फेर, ब्लैकमेलिंग, इनवेस्टमेंट के नाम में धोखाधड़ी,व्यक्तिगत जानकारी डेटा चोरी जैसे कार्यों में संलिप्ता और चीनी कनेक्शन की पहचान कर ली है,जल्द ही ऐसी संस्थाओं के ऊपर कार्यवाही शुरू होंगी।