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India Q2 GDP: अनुमान से बेहतर रहे भारत की आर्थिक वृद्धि के आँकड़े, जानें यहाँ!

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India Q2 GDP – India Economic Growth Beats Estimates: सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2 FY24) में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 7.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। दिलचस्प रूप से यह आँकड़ा भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) के पिछले महीनें के अनुमान से भी अधिक है।

बता दें, पिछले साल की समान तिमाही में यह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 5.4 फीसदी ही रही थी, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद 7.8 प्रतिशत बढ़ा था।

India Q2 GDP Growth Hits 7.6%

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक जीडीपी या जीडीपी ₹41.74 लाख करोड़ के स्तर तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में यह आँकड़ा ₹38.78 लाख करोड़ ही था। इस लिहाज़ से यह 7.6 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

जुलाई-सितंबर तिमाही में दर्ज की गई इस जीडीपी वृद्धि के पीछे विनिर्माण, खनन और निर्माण क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन को बड़ी वजह बताया जा रहा है। भारत के Q2 जीडीपी आँकड़ो पर देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार, वी अनंत नागेश्वरन ने कहा,

”मौजूदा रुझानों को आधार मानें तो यह संभव है कि भारत अपनी जीडीपी वृद्धि को कम करके आंक रहा है। हमने वित्त वर्ष 2024 की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5 प्रतिशत बरकरार रखा है, लेकिन हम यह देखने के लिए संख्याओं पर फिर से काम करेंगे कि जुलाई-सितंबर के विकास डेटा पूर्वानुमान में कोई बढ़ोतरी होती हैं या नहीं।”

खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि का आंकड़ा, असल में वैश्विक स्तर पर बनी चुनौतियों के बीच भी भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और इसकी ताकत को साफ दर्शाता है।

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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, कृषि क्षेत्र की जीवीए (सकल मूल्य वर्धित) वृद्धि सितंबर 2023 तिमाही में घटकर 1.2 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले 2.5 प्रतिशत थी।

लेकिन चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए में 13.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि एक साल पहले की इसी समान अवधि में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसी तरह ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन और ब्रॉडकास्टिंग सेवाओं पर नज़र डालें तो यह आँकड़ा 4.3 फीसदी रहा है।

असल में GVA यानी ग्रॉस वैल्यु ऐडेड आधार पर देखा जाए तो वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर तिमाही में ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी रहा। यही पहली तिमाही में जीवीए आधार पर ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी था, जबकि एक साल पहले इसी समान तिमाही में यह आँकड़ा 5.4 फीसदी रहा था।

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