Shaheed Veer Narayan Singh Stadium in Raipur electricity controversy: छत्तीसगढ़ में क्रिकेट प्रेमियों की उत्सुकता बढ़ चुकी है, इंडिया ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही T20 सीरीज का एक मैच (1 दिसंबर 2023) को राजधानी रायपुर में स्थित शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में खेला जाने वाला है।
राज्य क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की कायाकल्प में लगा हुआ है, साथ ही टिकटों की बिक्री भी दनादन चालू है, इन सब खबरों के बीच दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया है।
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दरअसल दैनिक भास्कर ने एक रिपोर्ट छापी है, जिसमें कहा गया है, स्टेडियम का बिजली कनेक्शन बीते 5 वर्षो से कटा हुआ है, स्टेडियम प्रबंधन के ऊपर तकरीबन सवा तीन करोड़ का बिजली बिल बकाया है, भुगतान न होने की स्थिति में बिजली विभाग ने स्टेडियम की बिजली काट रखीं है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया बिजली बिल बकाया राशि के भुगतान के लिए आधे दर्जन से अधिक बार नोटिस जारी किए गए है साथ ही एक बार स्टेडियम कुर्क तक करने की कार्यवाही की तैयारी की गई परंतु ज़िम्मेदार अधिकारी अपनी ज़िम्मेदारी एक दूसरे के ऊपर बता कर पल्ला झाड़ते हुए दिखाई देते है।
दरअसल रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम के रखरखाव की ज़िम्मेदारी PWD विभाग और खेल विभाग दोनों के ऊपर है, ऐसे में पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना पड़ता है, खेल मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम खेल विभाग द्वारा किए जाते है इसलिए बिल की राशि उन्हें चुकानी चाहिए
वही दूसरी तरफ़ खेल विभाग का कहना है, बिजली बिल की राशि मेंटनेंस का काम है, जो पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी है। ऐसे ही दोनों एक दूसरे के ऊपर बातें टालते आ रहे है।
Raipur stadium electricity controversy: अब क्या,अंधेरे में होंगा ऑस्ट्रेलिया-भारत मैच!
बहुत से लोगों के मन में सवाल उठा होगा, क्या अब अंधेरे में भारत-ऑस्ट्रेलिया T20 मैच होंगा! तो ऐसा नही है, प्रबंधन ने मैच के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है। रिपोर्ट के अनुसार मैच के दौरान जनरेटर का उपयोग किया जायेगा मैच के दौरान जलने वाले फ्लड लाइट के लिए इसका उपयोग किया जायेगा।
ये जनरेटर दर्शकों के आने से मैच समाप्ति के बाद उनके जाने तक चालू रहेगा। साथ ही मैच के दौरान अन्य प्रकार के बिजली उपयोग के लिए पीडब्ल्यूडी और छत्तीसगढ़ खेल विभाग ने एक अस्थाई बिजली 200 केवी कनेक्शन भी लिया है। खबर यह भी है, इसे बढ़ाकर 1000केवी की मांग भी की गई है, जिसे बिजली विभाग ने स्वीकृत भी कर लिया है। जिससे मैदान के अंदर अन्य बिजली जरूरतों की पूर्ति की जा सकें।